सस्ते प्याज का लालच दिखा एमपी के लोगों ने किया बिलासपुर के व्यापारी से ठगी, फिर गिरफ्तारी करने गई पुलिस टीम तो किया डंडों से हमला

बिलासपुर 19 दिसम्बर 2021। सस्ते प्याज का लालच दिखा कर मध्यप्रदेश के तीन ठग बंधुओ ने बिलासपुर के व्यापारी से ठगी कर ली। पुलिस जब आरोपियो को गिरफ्तार करने मध्यप्रदेश पहुँची तो ठग बंधुओ की माँ ने पुलिस टीम पर डंडे से हमला कर दिया। लोकल पुलिस की मदद से आरोपियो को बड़ी मशक्कत से कब्जे में कर पुलिस बिलासपुर ले कर पहुँची।
मामले में मिली जानकारी के अनुसार विनोबा नगर निवासी मोहन मोटवानी आलू प्याज का थोक कारोबार करते हैं। उन्हें मध्यप्रदेश के सागर जिले से नरेश पटेल व महेंद्र पटेल ने प्याज सप्लाई करने वाला दलाल बन कर सम्पर्क किया। और 8 रुपये किलो प्याज तथा 3 रुपये भाड़ा मिला कर 11 रुपये में प्याज बिलासपुर पहुँचा कर देने का झांसा दिया। सस्ते प्याज के लालच आये व्यापारी ने 1 ट्रक प्याज भेजने का ऑर्डर दे दिया। ठगों द्वारा एडवांस पेमेंट के रूप में 86,500 रुपये जमा करवा लिए गए। पेमेंट लेकर आरोपी दोनो भाइयों द्वारा गोल मोल जवाब दिया जा रहा था। उसके बाद अपने तीसरे भाई अंकित पटेल की दूसरे के माल लदे ट्रकों के साथ फोटो भेज कर कहते थे कि हमारा भाई ट्रक ले कर निकला है जो जल्द ही पहुँच जाएगा पर माल के न पहुँचने पर ठगी की आशंका से व्यापारी ने पुलिस को शिकायत की।
व्यापारी मोहन मोटवानी ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत मंगलवार को नवपदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर के पहले जनदर्शन में पहुँच कर की। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश से तारबहार थाने में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कर आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम मध्यप्रदेश रवाना की गई।
आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु तारबहार थाने के उप निरीक्षक मिलन सिंह,प्रधान आरक्षक सूरज तिवारी व आरक्षक दीपक उपाध्याय की टीम बना कर भेजी गई। पुलिस टीम बाई रोड तड़के सुबह साढ़े पांच बजे सागर से 15 किलोमीटर दूर बहरिया थाना क्षेत्र स्थिति आरोपियो के पते पर पहुँच गयी। एक आरोपी आश्चर्यजनक ढंग से घर की सीढ़ी के नीचे छुप कर सोया हुआ था,जिसे पुलिस ने अपने गिरफ्त में लिया। उसके बाद दरवाजा खटखटा कर घर के अंदर से दो आरोपियो को पकड़ा। सिविल ड्रेस में पुलिस को देख कर आरोपी व उनकी माँ हंगामा मचाने लगे जिस पर पुलिस कर्मियों द्वारा अपना आईडी कार्ड दिखाया गया। पर आरोपी और उनके घर वाले पहले लोकल पुलिस को लेकर आने उसके बाद ही कार्यवाही करने को अड़े रहे। इस बीच आरोपियो की मॉ ने पुलिस कर्मियों पर डंडे से हमला करते हुए प्रधान आरक्षक को चार पाँच डंडे जमा दिए। बीच बचाव में आये उपनिरीक्षक मिलन सिंह को भी दो तीन डंडे पड़े। पुलिसकर्मियों की सूचना पर लोकल बहरिया थाने की भी पेट्रोलिंग टीम पहुँच गयी। और स्थिति को नियंत्रण में लेकर तीनो आरोपियो की गिरफ्तारी कर बहरिया थाने लाया गया।जहां से पूछताछ व प्रक्रिया कर बिलासपुर आरोपियो को लाया गया।
आरोपी बंधुओ के खिलाफ बहरिया थाने में इसी तरह की 50 शिकायतें हैं। आरोपियो के द्वारा कई जगह के व्यापारियो से इसी तरह से 20 से 30 हजार की ठगी की हैं। कई व्यापारी उन्हें खोजते हुए सागर के उनके पते तक भी पँहुचते हैं, उसके बाद रकम वापस नही मिलने पर आरोपियो के विरुद्ध सम्बंधित बहरिया थाने में शिकायत भी करते हैं। पर जब पुलिस एफआईआर करने के लिये जांच व बयान दर्ज करवाने हेतु बुलाती हैं तब छोटी रकम होने व व्यापार में व्यस्त होने के कारण एफआईआर दर्ज करवाने नही पँहुचते। आरोपियो द्वारा इस तरह से ठगी की लगभग 50 शिकायते बहरिया थाने को मिली हैं।
प्रार्थी मोहन मोटवानी द्वारा हमेशा सागर से ही माल मंगवाया जाता था। जिस वजह से वहां के व्यापरियों ने उनका नम्बर ग्रुप में जोड़ कर रखा गया था। जहां से आरोपियो को प्रार्थी का नम्बर मिला था। आरोपी पहले तो माल डिलवरी का बहाना करते रहे उसके बाद व्यापारी से गाली गलौच शुरू कर दी। जिससे क्षुब्ध हो कर व्यापारी ने एफआईआर दर्ज करवाई। अन्यथा अन्य व्यापरियो की ही भांति बात आई गई हो सकती थी।
