रिक्शा चालक के नाम करोड़ों की कई एकड़ जमीन, आईजी के आदेश पर बनी जांच टीम पहुँची रजिस्ट्री कार्यालय

बिलासपुर/28 जनवरी,2022- रिक्शा चालक के नाम पर अचानक करोड़ो की कई एकड़ जमीन दर्ज हो गयी। जमीन की टुकड़ो में बिक्री व रजिस्ट्री भी शुरू हो गयी। शिकायत के बाद आईजी के आदेश पर बनी जांच टीम आज रजिस्ट्री कार्यालय पहुँची। हालांकि जांच टीम में शामिल अधिकारी अभी कितने एकड़ जमीन की गफलत हुई हैं यह बताने से बच रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक दस्तावेजो की जांच के बाद ही यह खुलासा हो सकेगा। मामले में मिली जानकारी के अनुसार रिक्शा चालक भोंदू दास के नाम पर ग्राम मोपका व चिल्हाटी की कई एकड़ सरकारी जमीन दर्ज हो गयी थी। जिसका राम यादव नामक युवक ने मुख्तियार नामा बना कर जमीन की बिक्री शुरू कर दी।
राजस्व विभाग ने शहर से जुड़ी सरकारी जमीन की तलाश करने के लिये रिकार्ड की जांच शुरू की। जांच में मोपका व चिल्हाटी के अलग अलग इलाके में स्थित कई एकड़ जमीन एक ही व्यक्ति के नाम पर दर्ज होने का पता चला। जमीन की बिक्री जमीन मालिक भोंदू दास द्वारा न करके मुख्तयार राम यादव द्वारा किया गया था।
मामले में पता चला कि 12 जनवरी 2016 को अत्तिरिक्त तहसीलदार के कोर्ट में 72 वर्षीय भोंदू दास के नाम से एक आवेदन जमा हुआ था। आवेदन में लिखा था कि 13 जून 1963 को लगरा स्थित पांच एकड़ 70 डिसमिल जमीन को जूना बिलासपुर निवासी वासला बी. पति शेख रमजान व वगैरह से पंजीकृत विक्रय के आधार पर खरीदा था। मामले में राजस्व विभाग जांच कर रही हैं।
पुलिस व राजस्व विभाग की टीम कर रही जांच:-
बड़ी संख्या पर भू माफियाओं द्वारा अवैध प्लाटिंग कर शासकीय जमीनों की बिक्री व गफलत को देखते हुए आईजी रतन लाल डाँगी ने मामले को संज्ञान में लिया। आईजी के निर्देश पर राजस्व विभाग व पुलिस विभाग की टीम मामले की जांच हेतु बनाई गई हैं। मामले की जांच के लिये आज एडिशनल एसपी रोहित झा ,टीआई सरकण्डा परिवेश तिवारी रजिस्ट्री कार्यालय पहुँचे। यहां पहुँच कर उन्होंने दस्तावेजो की जांच की। जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुँचने की बात अधिकारियो ने कही हैं। हालांकि पूर्व में एक बार सरकण्डा थाने में बुजुर्ग भोंदू दास से पुलिस ने पूछताछ की थी। जिसमे भोंदू दास ने खुद को भूमिहीन होना बताया था। साथ ही उसके नाम पर करोड़ो की कई एकड़ सरकारी जमीन कैसे आयी और कैसे उसके द्वारा दिये गए मुख्तियार नामें से जमीन बिकी,इन सबसे उसने अनभिज्ञता जताई थी।
एडिशनल एसपी रोहित झा ने बताया " आईजी साहब के निर्देश पर सरकारी जमीन अफरा तफरी के मामले की जांच की जा रही हैं। आज रजिस्ट्री कार्यालय पहुँच कर दस्तावेजो की जांच की गई और पंजीयन अधिकारियों से मामले की वृस्तित जानकारी व कागजात माँगे गए हैं। जानकारी मिलने पर ही तथ्य स्प्ष्ट हो सकेंगे कि कितनी सरकारी जमीन की अफरा तफरी हुई हैं।"