कॉलगर्ल की बलि: तांत्रिक ने कहा- इंसान की बलि दो बच्चा हो जाएगा, ननद ने 'मर्डर-2' देख की खौफनाक प्लानिंग... कॉलगर्ल को बुलाया, फिर कर दी हत्या

ग्वालियर 23 अक्टूबर 2021. शरद पूर्णिमा की रात हुई आरती मिश्रा हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. कॉलगर्ल आरती की हत्या निसन्तान दंपती ने की थी. आरोपी ममता भदौरिया और पति बेटू भदौरिया शादी के 18 साल बाद भी बच्चे नहीं होने से दुखी थे. दोनों तांत्रिक गिरवर यादव के पास पहुंचे. कई टोने टोटके किए लेकिन बच्चा नहीं हुआ. अंत में तांत्रिक ने कहा कि पूनम की रात किसी इंसान की बलि दो बच्चा हो जाएगा. ये आइडिया मर्डर-2 फिल्म से आया था.
इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी दंपति ममता भदौरिया, उसका पति बेटू भदौरिया,बेटू की बहन मीरा राजावत और बॉयफ्रेंड नीरज परमार शामिल हैं. साथ ही तांत्रिक गिरवर यादव को भी पुलिस ने पकड़ा है. मरने वाली महिला कॉल गर्ल थी, जिसे 10 हजार रूपए देकर बुलाया गया था. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मर्डर-2 फ़िल्म देखकर उन्हें ये प्लान दिमाग में आया और उन्होंने कॉल गर्ल को बुलाकर बलि देने का सोचा. आरोपियों ने सोचा कॉलगर्ल को बुलाकर उसकी बलि दे देंगे तो कोई पूछताछ भी नहीं होगी और पुलिस कुछ दिन जांच करने के बाद पुलिस इस मामले को भूल जाएगी. लेकिन कॉलगर्ल की कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज ने मर्डर का खुलासा आखिर कर कर ही दिया.
दरअसल ग्वालियर में गुरुवार सुबह हजीरा के IIITM कॉलेज के पास मुरैना रोड पर महिला का शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। गर्दन पर गला दबाने और कसने के निशान थे। महिला की पहचान आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा (40) निवासी हजीरा के रूप में हुई थी। 12 साल पहले ही उसका पति से तलाक हो चुका था। पति ने तलाक की वजह उसका चाल-चलन ठीक न होना बताया था। महिला कुछ समय से किसी ऑटो ड्राइवर के साथ लिव इन में रहने का भी पता लगा। पुलिस जांच कर रही रही थी कि उसके कॉल डिटेल से कई राज खुल गए। पता लगा कि वह एक कॉलगर्ल थी। इसके बाद पुलिस ने को जांच इस एंगल पर मोड़ा। 24 घंटे में CSP महाराजपुरा रवि भदौरिया, TI हजीरा आलोक सिंह परिहार की टीम ने मामले का खुलासा कर दिया।
बलि के लिए आइडिया इमरान हाशमी और जैकलीन की मर्डर-2 मूवी से लिया गया। मूवी में एक सीरियल किलर घर बुलाकर वह कॉलगर्ल की हत्या कर देता था। कॉलगर्ल का कोई रिश्तेदार नहीं होता था, इसलिए पुलिस मामलों को सुलझा नहीं पा रही थी। इसी तरह नीरज ने प्लान बनाया।पकड़े जाने के बाद उसने पूरी कहानी का खुलासा किया कि उसने कहीं से नंबर लेकर आरती को बुधवार रात मिलने बुलाया। उसे 10 हजार रुपए में बुक किया था। इसके बाद बेटू भदौरिया उसे लेकर मोतीझील पहुंचा। यहां बेटू और नीरज ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद उनको हजीरा में रह रहे तांत्रिक को बलि के फोटो दिखाने थे। मोबाइल में फोटो खींचे, लेकिन बाद में पकड़े जाने के डर से डिलीट कर दिए। इसके बाद तय किया कि लाश को जिंदा बनाकर ले जाएंगे और तांत्रिक को दिखाकर वहीं फेंक देंगे। रात 11 बजे नीरज और मीरा बाइक पर आरती की लाश को बीच में बैठाकर हजीरा तांत्रिक के घर जाने के लिए निकले थे। रास्ते में IIITM कॉलेज के पास अचानक बाइक का नियंत्रण बिगड़ा तो बीच में आरती की लाश सड़क पर गिर पड़ी। इस पर दोनों घबरा गए। वहां से कुछ लोग भी निकल रहे थे। इस पर वह बाइक को आगे बढ़ाकर भाग गए।