Ratanpur Mamala : बिलासपुर। रतनपुर में पाक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार महिला की सोमवार को रिहाई के बाद मंगलवार को एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर पुलिस ने एक और कार्रवाई की है। दुष्कर्म पीड़िता युवती और मां को धमकाने के मामले में आरोपी युवक के पिता और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया। पीड़िता युवती के द्वारा सौंपे गए काल रिकार्डिंग की पुलिस जांच कर रही है।
बिलासपुर के रतनपुर में रहने वाली महिला को पुलिस ने 19 मई को पाक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने महिला को जेल भेज दिया। इधर महिला की बेटी ने पुलिस पर सांठगांठ का आरोप लगाकर मामले की जांच की मांग की। युवती के साथ ही विभिन्न संगठनों की ओर से भी मामले में पुलिस पर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया। मामले को बढ़ता देख एसपी संतोष कुमार सिंह ने एएसपी राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया। जांच टीम ने रविवार को अपनी जांच रिपोर्ट एसपी को साैंप दी।
सोमवार को न्यायालय में पीड़ित की ओर से जमानत आवेदन लगाया। इसे स्वीकार करते हुए न्यायालय ने महिला को जमानत पर रिहा कर दिया। इधर जांच टीम के सामने युवती ने दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद आरोपि आफताब के पिता फैज मोहम्मद और उसके रिश्तेदारों पर भी केस वापस नहीं लेने पर धमकाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने युवती को बुलाकर उसका बयान दर्ज किया। युवती ने जांच टीम को सबूत के तौर पर काल रिकार्डिंग दी। इसके आधार पर एसपी संतोष सिंह ने आरोपित के पिता फैज के खिलाफ दुष्कर्म पीड़ित और उसकी मां को धमकाने व केस वापस लेने के एवज में 5 लाख रुपये का प्रलोभन देने के मामले में जुर्म दर्ज करने के निर्देश दिए। एसपी के निर्देश पर मंगलवार की शाम आरोपी फैज और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।
आरोपी आफताब मोहम्मद के ऊपर रतनपुर निवासी पीड़िता ने 5 मार्च को दुष्कर्म का अपराध दर्ज करवाया था। जिस पर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। आफताब मोहम्मद के पिता फैज़ व अन्य परिजनों ने पीड़िता व उसकी मां पर मामले में समझौता करने का दबाव बनाते हुए उन्हें प्रलोभन भी दिया था और समझौता न करने पर पॉस्को जैसे गंभीर मामले में अपराध दर्ज करवा जेल भिजवा दिया था। सामाजिक संगठनों के आंदोलन के बाद मामला सामने आने पर एसपी संतोष सिंह ने टीआई को लाइन अटैच करते हुए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में जांच कमेटी बना दी थ।
जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर टीआई को सस्पेंड करते हुए एसडीओपी को नोटिस जारी कर एसपी ने जवाब मांगा है। साथ ही एसपी के संज्ञान में यह बात भी आई की आरोपी आफताब मोहम्मद के परिजनों ने पीड़िता व उसकी मां पर केस वापस लेने व समझौता करने के लिए दबाव डालकर धमकी दी है। इसकी पूर्व में शिकायत भी पीड़िता व उसकी मां ने रतनपुर थाने में की थी पर अपराध दर्ज नहीं हुआ था। पीड़िता ने एसपी संतोष सिंह को आरोपियों की कॉल रिकॉर्डिंग सौपी है। जिसमें आरोपी 5 लाख लेकर मामले में समझौता करने की धमकी दे रहे हैं। जिस पर एसपी संतोष सिंह के निर्देश पर रतनपुर थाने में आरोपी आफताब मोहम्मद के पिता फैज मोहम्मद व अन्य रिश्तेदारों पर धारा 214, 506 बी के तहत अपराध दर्ज किया है।
साथ ही एसपी संतोष सिंह ने स्प्ष्ट कर दिया है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट पूरी तरह सामने नही आई है। अभी झूठी एफआईआर करवाने के मामलें में अपराध दर्ज नही किया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद इसकी एफआईआर भी दर्ज की जाएगी। साथ ही पीड़िता के द्वारा दिये रिकार्डिंग को जांच के लिए भेजा गया है, प्रकरण में विवेचना के बाद तथ्य पाए जाने पर धाराओं व आरोपियों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। साथ ही आरोपियो से मिलीभगत करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।