Rajnandgaon News: समिति प्रबंधक गिरफ्तार, किसानों के नाम पर समिति प्रबंधक ने निकाला फर्जी लोन...
Rajnandgaon News। समिति प्रबंधक ने दो साल पहले किसानों के नाम पर केसीसी के नाम से फर्जी तरीके से 14 लाख रुपए लोन निकाल लिया। जिसके बाद परेशान किसान ने दस दिन पहले आत्महत्या कर ली। मामले में लगातार उठापटक होने के बाद व आंदोलन होने पर भी 2 साल तक के समिति प्रबंधक के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं हो पाया था। अब नए एसपी के आने के बाद एफआईआर दर्ज कर आरोपी समिति प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया है।मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का है।
2 साल पहले डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र के मेढ़ा सोसाइटी में समिति प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने किसानों के नाम से केसीसी लोन निकाल कर फर्जीवाड़ा करते हुए खुद गबन कर लिया था। पीड़ितों में खल्लारी निवासी आनंद कंवर भी था। जिसके नाम से फर्जी तरीके से लोन निकाला गया था। अपने नाम से लोन होने पर किसान आनंद कंवर बड़ा परेशान था। इसके चलते उसके घर में पारिवारिक विवाद भी शुरू हो गया था। अपने नाम से लोन होने से परेशान आनंद कवर ने लगभग दस दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। जिसके बाद किसान भाजपा सांसद संतोष पांडेय के नेतृत्व में लगातार कार्यवाही की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। मिली जानकारी के अनुसार दो बार पूर्व में भी लगभग तीन दर्जन किसान थाना पहुँचे थे और एफआईआर की मांग की थी। पर तबके तत्कालीन टीआई ने समिति प्रबंधक से किसानों का समझौता करवा के उन्हें वापस लौटा दिया था।
अब किसान की मौत के बाद शुक्रवार की देर शाम किसान गौचंद पिता सोनसाय व समिति के अध्यक्ष तथा दर्जन भर किसान डोंगरगढ़ थाना पहुँचे और एफआईआर दर्ज करने की मांग की। उच्चाधिकारियों को भी उन्होंने पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद एसपी अभिषेक मीणा के निर्देश पर मेढ़ा समिति के प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा पर 409, व 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को आज अदालत में पेश कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जाएगा।
पूरा मामला 2021 का है। कई किसानों ने केसीसी लोन के लिए समिति में अप्लाई किया। समिति प्रबंधक ने लगभग आधा दर्जन किसानों से लोन फॉर्म में दस्तखत करवा कर उन्हें लोन की राशि नही दी और खुद ही किसानों के नाम से लोन निकाल के हजम कर गया। समिति प्रबंधक ने किसानों को कह दिया कि उनका लोन पास नही हुआ है। जब किसान एक साल बाद केसीसी लोन निकलवाने फिर पहुँचे तब उन्हें पता चला कि उनके नाम से पूर्व में ही लोन है जिसको उन्होंने नही पटाया है। जिसके बाद हुई शिकायत की जांच व ऑडिट में भी किसानों के साथ गड़बड़ी की पुष्टि हुई। पर बावजूद इसके कोई कार्यवाही नही हुई। अब एफआईआर के बाद आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई।