Puri Rath Yatra Bhagdad: जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान मची भगदड़, 3 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल
Puri Me Rath Yatra Ke dauran Bhagdad: पुरी: ओडिसा के पुरी में जारी रथयात्रा (Rath Yatra) के बीच से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। दरअसल, विश्विख्यात भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा (Bhagwan Jagannath Rath Yatra) के दौरान रविवार को गुंडिचा मंदिर के पास भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ (Rath Yatra Bhagdad) मच गई। बाताया जा रहा है कि इस घटना में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। वहीं 6 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। स्थानिय लोगों ने पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल के नहीं होने का आरोप लगाया है।

Puri Me Rath Yatra Ke Bauran Bhagdad: पुरी: ओडिसा के पुरी में जारी रथयात्रा (Rath Yatra) के बीच से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है। दरअसल, विश्विख्यात भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा (Bhagwan Jagannath Rath Yatra) के दौरान रविवार को गुंडिचा मंदिर के पास भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे भगदड़ (Rath Yatra Bhagdad) मच गई। बाताया जा रहा है कि इस घटना में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। वहीं 6 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। स्थानिय लोगों ने पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल के नहीं होने का आरोप लगाया है।
श्रद्धालुओं में मची चीख-पुकार
मिली जानकारी के मुताबिक, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ पहले ही गुंडिचा मंदिर पहुंच चुके थे। सुबह करीब 4 बजे के आसपास भगवान जगन्नाथ के नंदीघोष रथ धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, इसी दौरान गुंडिचा मंदिर के पास यह भड़दड़ मची है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और श्रद्धालुओं में चीख-पुकार सुनाई दी। हादसे में जिन श्रद्धालुओं की जान गई, उनके नाम हैं, बसंती साहू (36), प्रेमकांति महांति (78) और प्रभाती दास। तीनों मृतकों के शवों को पुरी मेडिकल कॉलेज में रखा गया है।
गिरकर नहीं उठे लोग
प्रशासन के मुताबिक, श्रद्धालि बड़ी मात्रा में रविवार सुबह गुंडिचा मंदिर के पास भगवान जगन्नाथ के रथ को देखने के लिए जमा हो गए थे। इसी दौरान भीड़ का दबाव इतना बढ़ा कि लोग बेकाबू हो गए। इस दौरान कई लोग गिर भी गए, जो उठ नहीं पाए जिन्हें लोगों ने कुचल दिया। वहीं स्थानिय लोगों ने पुलिस प्रशासन पर घटना के दौरान पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल के नहीं होने का आरोप लगाया है।
रविवार तड़के भगदड़ से सनसनी
बता दें कि 27 जून को पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शुरु हुई थी। परंपरा के मुताबिक, सबसे पहले भगवान बलभद्र का तालध्वज रथ खींचा गया, इसके बाद देवी सुभद्रा का दर्पदलन रथ खींचा गया और फिर आखिर में भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथ खींचा गया था। शनिवार सुबह फिर रथों को खींचने की प्रक्रिया शुरु हुई। श्रद्धालुओं ने तीनों रथों को खींचकर गुंडिचा मंदिर तक पहुंचाया। हालांकी रविवार तड़के भगदड़ में तीन लोगों की मौत से सनसनी फैल गई।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों और कुछ श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया कि प्रशासन को पहले से ही भारी भीड़ की आशंका थी, फिर भी पर्याप्त पुलिसबल और मेडिकल सहायता के इंतजाम नाकाफी थे। घटना के बाद जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं और मृतकों के परिवारों को सहायता देने की बात कही है वहीं, पुरी जिला कलेक्टर और एसपी ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और घायलों से मुलाकात की। रथयात्रा का ये पर्व करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है, लेकिन बार-बार हो रहे हादसे प्रशासन की व्यवस्था और सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।
पहले भी बिगड़ चुकी थी श्रद्धालुओं की तबीयत
बता दें कि इससे पहले भी पुरी में शुक्रवार को रथयात्रा के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। जब देवी सुभद्रा के रथ के पास भीड़ बेकाबू हो गई थी। रथ के पास भीड़ के दबाव के कारण लगभग 625 श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई थी, जिनमें से 70 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था वहीं 9 श्रद्धालुओं की हालात गंभीर भी थी।
