Begin typing your search above and press return to search.

पश्चिम बंगाल में मां के शव के पास तीन दिनों तक बैठा रहा बेटा...

जब शनिवार को स्थानीय लोग उस फ्लैट से निकलने वाली दुर्गंध से चिंतित हो गए, जहां मां-बेटे रुके थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा तोड़ा और देखा कि युवक अपनी मां के शव के पास चुपचाप बैठा हुआ है।

पश्चिम बंगाल में मां के शव के पास तीन दिनों तक बैठा रहा बेटा...
X
By Sandeep Kumar

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में पुलिस ने शनिवार को एक 35 वर्षीय व्यक्ति को बचाया, जो पिछले तीन दिनों से अपने घर का दरवाजा अंदर से बंद करके मां के शव के पास बैठा था।

घटना की सूचना हिंद मोटर से दी गई। मामला तब सामने आया जब शनिवार को स्थानीय लोग उस फ्लैट से निकलने वाली दुर्गंध से चिंतित हो गए, जहां मां-बेटे रुके थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा तोड़ा और देखा कि युवक अपनी मां के शव के पास चुपचाप बैठा हुआ है।

मृतका की पहचान 65 वर्षीय कल्याणी हाजरा के रूप में की गई है। वह एक सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी थी, जिनकी लगभग तीन दिन पहले मौत हो गई थी। वह अपने 35 वर्षीय बेटे सुभ्रनील हाजरा के साथ रहती थी, जिसके बारे में माना जाता है कि वह मानसिक रोग से पीड़ित है।

उनके पड़ोसियों और घरेलू नौकरों ने पुलिस को बताया कि फ्लैट का दरवाजा पिछले तीन दिनों से बंद था। यहां तक कि जब घरेलू सहायिका हर सुबह आती थी, तब भी सुभ्रनील ने यह दावा करते हुए उसे प्रवेश की अनुमति नहीं दी कि उसकी मां बेहोश होकर सो रही है।

एक पड़ोसी ने कहा, ''शुक्रवार शाम से ही घर से दुर्गंध आनी शुरू हो गई थी। लेकिन हल्की गंध होने के कारण हममें से किसी को कुछ शक नहीं हुआ। लेकिन शनिवार की सुबह दुर्गंध बर्दाश्त से बाहर थी। जब घरेलू नौकर ने हमें सुभ्रनील के अजीब व्यवहार के बारे में बताया, तो हमने पुलिस को सूचित करने का फैसला किया।''

पड़ोसियों ने पुलिस को यह भी बताया कि दोनों मां-बेटे काफी असामाजिक थे और स्थानीय लोगों से कम ही बातचीत करते थे। यहां तक कि पड़ोसियों ने भी शायद ही कभी किसी विजिटर को उनके आवास पर आते देखा हो।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

Read MoreRead Less

Next Story