मुंगेली। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध अचानकमार टाइगर रिजर्व में टाइगर दिखा है। पर्यटन में निकले सैलानियों ने टाइगर के मूवमेंट की वीडियो भी बना ली। टाइगर मिलने से वन विभाग के साथ ही पर्यटकों में भी उत्साह का माहौल है।
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में अचानकमार टाइगर रिजर्व स्थित है। यहां बाघ के संरक्षण व संवर्धन के लिए वन विभाग काफी समय से प्रयासरत है। बाघों की गिनती के लिए वन विभाग यहां हर वर्ष ट्रैप कैमरे के माध्यम से बाघों की गिनती करवाता है। बाघ के पद चिन्हों के माध्यम से बाघों के मुवमेंट गिनने के उपक्रम प्रतिवर्ष किया जाता है। पर सालों से यहां पर्यटकों को बाघ नहीं दिखाई दे रहा था। अब बाघ के दिखने से उत्साह की लहर वन्यप्रेमियों में फैल गई है। नीचे देखें वीडियो...
अचानकमार टाइगर रिजर्व 1 नवंबर से सैलानियों के लिए खोल दिए गए है। प्रतिवर्ष 1 जुलाई से 31 अक्टूबर तक बरसात के चलते अचानकमार टाइगर रिजर्व बंद रहता है। बरसात खत्म होते ही एक नवंबर से पर्यटकों के लिए खुल जाता है। जो जून तक खुला रहता है।
बिलासपुर के राकेश यादव अपने साथियों के साथ अचानकमार गए हुए थे। अचानकमार से जल्दा की सड़क के पास जब वे वन विभाग की जिप्सी से पहुंचे तो उन्हें बाघ सड़क किनारे चलता हुआ दिखा। बाघ एक जगह से दूसरी जगह जा रहा था। जिसका वीडियो जिप्सी में सवार पर्यटकों ने बना लिया। वन विभाग के डीएफओ विष्णु नायर ने मीडिया को अचानकमार टाइगर रिजर्व में बाघ दिखने की पुष्टि की है।