सांसद की 53 करोड़ की संपत्ति जब्त, बैंक ने कर्ज न पटाने पर इस राज्य के सबसे अमीर सांसद के खिलाफ की कार्रवाई

लखनऊ, 12 दिसंबर 2021। स्टेट बैंक आफ इंडिया ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सांसद की आड़ में बैंक का कर्ज नहीं पटाने वाले सांसद को बड़ा झटका देते हुए उनकी 53 करोड़ की संपति जब्त कर ली है। बैंक ने इसके संबंध में सूचना जारी कर कहा है कि इन संपत्तियों के संबंध में कोई भी लेन-देन न किया जाए। बसपा सांसद मलूक नागर एक बड़े व्यवसायी हैं और नोएडा में भी रियल एस्टेट के अनेक बड़े प्रोजेक्ट में वह जुड़े रहे हैं। हालांकि, सांसद बनने के बाद वह इन प्रोजेक्टों से हट गए थे और रियल एस्टेट कंपनियों में अपने पद से भी उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।बिजनौर लोकसभा सीट से बसपा के सांसद मलूक नागर और उनके भाई की संपत्ति को सीज करने की कार्रवाई की गई है।
बैंक ने इस विज्ञापन में कहा है कि नागर डेयरी प्राइवेट लिमिटेड को उन्होंने कर्ज दिया था, जिसमें मलूक नागर और भाई राजवीर नागर गारंटर थे। 12 जून 2017 को बैंक द्वारा उन्हें नोटिस जारी कर 60 दिन में 53 करोड़ 65 लाख लाख 7 हजार 866 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा गया था, लेकिन उनके द्वारा भुगतान नहीं किया गया। इसके बाद से यह राशि लगातार बढ़ रही है। भुगतान न करने पर बैंक द्वारा नागर डेयरी और मलूक नागर तथा उनके भाई राजवीर नागर की मेरठ तथा हापुड़ जिले की संपत्ति पर 9 दिसंबर को कब्जा लेने का दावा किया गया है।डेयरी के इस मामले में बैंक द्वारा की गई कार्रवाई को भी वह गलत बता रहे हैं और इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने का दावा करते हुए कह रहे हैं कि पूरे मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है और वह सात साल से डेयरी से नहीं जुड़े हैं और न ही उसके मैनेजमेंट में हैं।