बस्तर कॉफ़ी के मुरीद हुए हुए सांसद राहुल गांधी, सीएम भूपेश से बोले...अंतरराष्ट्रीय कॉफ़ी ब्रांड्स के साथ बस्तरिया कॉफ़ी का हो एमओयू

रायपुर, 3 फरवरी 2022। रायपुर दौरे पर आए राहुल गांधी ने बस्तर कॉफी के स्टॉल पर पहुंचकर कॉफी का स्वाद लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी कॉफी पी। श्री गांधी ने बस्तर में हो रहे कॉफी उत्पादन के नवाचार की प्रशंसा की और कॉफी के स्वाद की भी।'
उन्होंने मुख्यमंत्री जी को अंतरराष्ट्रीय कॉफ़ी ब्रांड्स (बड़ी कंपनियों) के साथ बस्तरिया कॉफ़ी का एमओयू करने का सुझाव भी दिया
बस्तर में हज़ारों एकड़ में काफ़ी की खेती,हो रहा लाखों का मुनाफ़ा
बस्तर के दरभा ब्लॉक के दरभा, ककालगुर और डिलमिली गाँव में कॉफी की खेती की जा रही है।
प्रति एकड़ में एक साल में लगभग 30 से 40 हजार रुपए का फायदा हो रहा किसानो को। अरेबिकादृसेमरेमन, चंद्रगरी, द्वार्फ, एस-8, एस-9 कॉफी रोबूस्टा- सी एक्स आर की खेती कर रहे हैं। बस्तर में जलवायु की अनुकूलता को देखते हुए 3 हजार एकड़ में कॉफी की खेती प्रारंभ की गई हैं
बस्तर काफ़ी की गूंज अब विदेशों में भी, हो रहा 8 देशों में एक्सपोर्ट
आने वाले 60 सालों की कार्ययोजना से मिलेगा किसानो को लाभ
शुरुआत में बस्तर क्षेत्र में चल रही योजनाओं का जायज़ा लेते हुए राहुल गांधी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य मंत्रियों ने लगभग घण्टे भर का समय बस्तर के डोम में बिताया।
बस्तर क्षेत्र में संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए कलेक्टर रजत बंसल ने बस्तर पपीता, काजू, कलागुड़ी, कॉफी सहित विभिन्न कलाओं, कलाकारों को सहेजने एवं सशक्त करने की जा रही पहल के बारे में अतिथियों को जानकारी दी।
सांसद अतिथि राहुल गांधी ने बस्तर एकेडमी ऑफ डांस, आर्ट एवं लिटरेचर(बादल) का अवलोकन किया। राहुल गांधी जी को विजय सिंह(प्रभारी) ने बादल एकेडमी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राहुल गांधी को बताया कि बादल एकेडमी मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल एवं बस्तर जिला प्रशासन के सहयोग से स्थापित किया गया है। यहां बस्तर की लोक कला एवं संस्कृति को संरक्षित एवं संवर्धित करने का काम किया जा रहा है। इस संस्थान से बस्तर जिले के मुरिया, हल्बा, कोया, घुरवा, मुंडा, भतरा जनजाति समाज जुड़े हुए है। इस जनजाति समाज के माध्यम से लोक कला को सहेजने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि आने वाले पीढ़ी इससे लाभान्वित हो सकें।