MP News: एक ही परिवार के चार लोगों ने की खुदकुशी, दो बच्चों को पहले जहर दिया, फिर पति-पत्नी ने लगाई फांसी...
भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल में एक ही परिवार के चार लोगों ने खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि पहले बच्चों को जहर दिया गया। इसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके की है। पुलिस को घटना स्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है। नोट में आत्महत्या का कारण कर्ज बताया जा रहा है। मृतक भूपेंद्र विश्वकर्मा का परिवार मूलतः रीवा का रहने वाला था। काफी समय से भोपाल में रह रहा था।
जानकारी के मुताबिक, नीलबड़ इलाके में भूपेंद्र विश्वकर्मा 35 वर्ष, पत्नी रितु विश्वकर्मा 30 वर्ष, और 8 वर्षीय पुत्र, 10 साल की बेटी के साथ रहते थे। भूपेंद्र निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें मृतक ने कर्ज देने वालों से गुहार लगाते हुए मांफी मांगी है और परिवार वालों को परेशान नहीं करने की गुहार लगाई है।
चार पेज में मिले सुसाइड नोट में मृतक भूपेंद्र ने लिखा कि हम अपने परिवार के साथ खुशी-खुशी जी रहे थे। हमे कोई परेशानी नहीं थी, किसी बात की चिंता नहीं थी। लेकिन अप्रैल में मुझे मेरे फोन पर एक ऑनलाइन काम करने का वाट्सऐप पर मैसेज आया। टेलीग्राम पर दोबारा मैसेज आया। थोड़े से पैसे और अपनी जरूरतों के चलते मैं एक्स्ट्रा काम करने के लिए मैं तैयार हो गया। इसके लिए ज्यादा समय भी नहीं देना था इसलिए मैंने यह काम शुरू कर दिया। शुरू में मुझे थोड़ा फायदा हुआ। लेकिन धीरे-धीरे में दलदल में फंसता चला गया। जब मेरे सारे पैसे खत्म हो गए तो कंपनी वाले मुझे लोने लेने के लिए कहने लगे। मैंने मना किया, क्योंकि मेरा सिविल पहले से ही इतना खराब था कि लोन कहां से मिलता। लेकिन कंपनी वालों के कहने पर मैंने कोशिश की तो तुरंत लोन मिलता चला गया। लोन की वजह से कर्ज बढ़ने लगा।
मैं अपने में अपने पापा मम्मी बाबूजी बाबूजी अम्मा जी तीनों बहने बड़े भैया और दोनों साली से माफी मांगता हूँ हमे माफ कर दें। हमारा साथ यही तक था। हमारी आखिरी इच्छा है कि सामूहिक दाह संस्कार किया जाए, ताकि हम साथ रह सके और पोस्टमार्टमन किया जाए।
भूपेंद्र विश्वकर्मा ने गुरुवार तड़के 4 बजे अपनी भतीजी पिंकी विश्वकर्मा को वॉट्सएप पर सुसाइड नोट भेजा था। साथ ही पत्नी और दोनों बच्चों के साथ सेल्फी खींचकर भी भेजी। इस फोटो का कैप्शन लिखा यह मेरी आखिरी फोटो है। आज के बाद हम कभी नहीं दिखेंगे। इन फोटो और सुसाइड नोट को रिंकी ने सुबह 6 बजे देखा और परिजनों को सूचना दी। रिंकी, मंडीदीप स्थित एक धागा फैक्टरी में काम करती है।