Monsoon Session of CG Vidhan Sabha: कांग्रेस विधायकों का सदन से वाक आउट: जानिये- किस मंत्री के जवाब से नाराज कांग्रेसियों ने छोड़ा सदन...
Monsoon Session of CG Vidhan Sabha: विधानसभा में एक मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस के विधायकों ने सदन से वाक आउट कर दिया। सदन से बहिर्गमन की घोषणा पूर्व सीएम ने की।
Monsoon Session of CG Vidhan Sabha: रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन आज (शुक्रवार) को प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने सदन से वाक आउट (बहिर्गमन) किया। कांग्रेसी महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के जवाब से संतुष्ट थे। मामला सुपोषण अभियान से जुड़ा हुआ था।
प्रदेश की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान शुरू किए गए सुपोषण अभियान को बंद करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस के विधायकों ने आज सदन में महिला एवं बाल विकास मंत्री राजवाड़े को सदन में घेरा। मामला प्रश्नकाल के दौरान का है। सुपोषण को लेकर सवाल कांग्रेस सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रही अनिला भेंड़िया ने पूछा था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में बीजेपी सरकार ने सुपोषण अभियान के तहत गर्भ भोजन का वितरण बंद कर दिया है।
इस पर विभागीय मंत्री ने कहा कि योजना बंद नहीं किया गया है। जिलों में जहां डिमांड है, वहां डीएमएफ, सीआरएस और जनसयोग से इसे चलाया जा रहा है। भेंड़िया ने कहा कि हमारी सरकार ने इस योजना के लिए 160 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया था, आपकी सरकार ने केवल 25 करोड़ रुपये रखा है। कांग्रेस की विधायक संगीता सिन्हा ने भी योजना बंद करने का आरोप लगाया।
सवालों का जवाब देते हुए मंत्री राजवाड़े ने दावा किया कि 6 महीने में ही राज्य में कुपोषण की दर में कमी आई है। 6 महीने में 12 प्रतिशत कुपोषण दर घटा है। उन्होंने कहा कि यहां अधिकारी बैठे हैं आप पूछ सकती हैं। इस पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि ये हमारी सरकार की उपब्धि है। अपकी सरकार ने तो बच्चों का भी गर्भ भोजन बंद कर दिया है। कहा कि अभी तक न तो वजन त्योहार हुआ है और न ही कोई सर्वे फिर कैसे कुपोषण में कमी का दावा किया जा रहा है। उन्होंने मंत्री पर गलत जवाब देने का आरोप लगाया।
इसके बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अधिकारियों से पूछने के मंत्री के बयान पर अपत्ति की, कहा कि सदन चल रहा है हम मंत्री से जवा लेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के बजट में कटौती कर दी गई है। योजना पूरे राज्य में कहीं संचालित नहीं हो रही है। विभाग के द्वारा गलत जानकारी दी जा रही है।हम मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन कर रहे हैं।
BJP MLA का आरोप राशनकार्ड के लिए मांगे जा रहे हैं 2-2 हजार रुपये
रायपुर। प्रदेश में सभी श्रेणी के लोगों के राशनकार्ड नवीनीकरण की प्रक्रिया चल रही है। सरकार ने इसकी मियाद बढ़ा दी है। यह जानकारी आज विधानसभा में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने प्रश्नकाल में दी। उन्होंने यह भी बताया कि राशनकार्डों का वितरण शिविर लगाकर किया जाएगा।
विधानसभा में आज राशनकार्ड के नवीनीकरण का मुद्दा उठा। बीजेपी विधायक राम कुमार टोप्पों ने इसको लेकर सवाल किया था। उन्होंने सरगुजा संभाग में राशनकार्ड के आवेदन लंबित होने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि राशनकार्ड बनाने के लिए कुछ लोग 2-2 हजार रुपये ले रहे हैं, जो पैसा दे रहा है उसका कार्ड जल्दी बन जा रहा है।
इस पर मंत्री बघेल ने कहा कि हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है। उन्होंने कहा कि विधायक जी के पास ऐसी कोई शिकातय है तो बता दें हम कार्यवाही करेंगे। मंत्री बघेल ने यह भी बताया कि राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए अब 15 अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि किसी का राशनकार्ड या आवेदन रिजेक्ट नहीं किया जाता है। सही- सही जानकारी और दस्तावेज देने वालों का आवेदन स्वीकार हो जाता है
नाराज चंद्राकर बोले- ऐसे में मैं क्या पूछूंगा: स्पीकर ने दी यह व्यवस्था...
रायपुर। बीजेपी विधायक अपनी ही सरकार के रवैये से नाराज नजर आए। नाराज बघेल ने अप्रत्यक्ष रुप से सदन में सवाल पूछने से ही मना कर दिया। उन्होंने स्पीकार से आग्रह किया कि वे इस सवाल को अगले सत्र के पहले दिन रखने का आग्रह किया, ताकि विभाग और विभागीय मंत्री को और तैयारी करने का मौका मिल जाए।
मामला प्रश्नकाल के दौरान का है। चंद्राकर ने राशन दुकानों से अनाज आवंटन पर सवाल किया था। विभाग की तरफ से इसका लिखित उत्तर दिया गया था। साथ में अतिरिक्त जानकारी भी दी गई थी। चंद्राकर का सवाल 5वें नंबर पर था। स्पीकर ने जैसे ही चंद्राकर को सवाल पूछने के लिए कहा, तो चंद्राकर ने बताया कि उनके प्रश्न के साथ 3 परिष्ठि थे, उनमें से 2 बदल दिए गए है। वह भी प्रश्नकाल शुरू होने के बाद बदले गए हैं और मुझे सदन के अंदर दिया गया है, ऐसे में मैं क्या सवाल पूछूंगा। उन्होंने स्पीकर डॉ. रमन सिंह से आग्रह किया कि इस प्रश्न को अगले सत्र के पहले दिन के लिए रख दें।
इस पर स्पीकार डॉ. रमन सिंह ने भी आपत्ति की। उन्होंने व्यवस्था दी कि विभागों को जो भी संशोधन करना है वह सवाल पूछे जाने के एक दिन पहले अनिवार्य रुप से सदस्य को उपलब्ध करा दें। स्पीकार ने चंद्राकर से कहा कि आप चाहें तो इस विषय पर आप अभी प्रश्न कर सकते हैं या आधे घंटे की चर्चा की मांग कर सकते हैं। चंद्राकर ने कहा कि आप कहेंगे तो मैं सवाल करुंगा, आप जो व्यवस्था दें। मैं चाहता हूं कि इस प्रश्न को अगले सत्र के पहले दिन के लिए रख लीजिए। स्पीकार ने इसकी मंजूरी दे दी।