MMI Hospital: MMI और एयर एंबुलेंस कंपनी की लापरवाही से मरीज की मौत: DHS को जांच के निर्देश, मंत्री बोले- रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
MMI Hospital: राजधानी रायपुर के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में शामिल एमएमआई नारायणा और रेड एयर एंबुलेंस की लापरवाही के कारण एक महिला की जान चली गई। इस ममले में अस्पताल और एयर एम्बुलेंस कंपनी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। सरकार की तरफ से पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।
MMI Hospital: रायपुर। प्राइवेट अस्पतलों में ईलाज के नाम पर किस तरह धोखा किया जाता है, इसका बड़ा मामला राजधानी रायपुर में सामने आया है। बड़े प्राइवेट अस्पतालों में शामिल एमएमआई नारायणा अस्पताल पर एक मरीज के ईलाज के नाम पर 10 लाख रुपये लेने के बावजूद पूरा उपचार और सुविधा उपलब्ध नहीं करने का आरोप लगा है। मरीज के परिजनों का आरोप है कि एमएमआई और रेड एयर एम्बुलेंस कंपनी ने लाखों रुपये लिए, लेकिन उनकी लापरवाही की वजह से मरीज की जान चली गई।
मरीज के परिजनों ने टिकटरापारा थाना में आवेदन देकर एमएमआई अस्पताल प्रबंधन और रेड एयर एम्बुलेंस कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। इस बीच प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने पूरे घटना के जांच के निर्देश दिए हैं। सरकार की तरफ से डॉयरेक्टर स्वास्थ्य सेवाएं (डीएचएस) को जांच के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसके आधार पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी मामले की जांच क रहे हैं। मंत्री जायसवाल ने कहा कि ऐसी घटना फिर से न हो इसलिए जांच की जा रही है। रिपेार्ट के आधार पर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा में आया मामला
अस्पताल और एयर एम्बुलेंस कंपनी की बड़ी लापरवाही का यह मामला मृत महिला के बेटे का वीडियो वायरल होने के बाद चर्चा में आया। वीडियों में मृतक का बेटा चीख-चीख कर अस्पताल प्रबंधन और एयर एम्बुलेंस कंपनी पर अपनी मां की मौत के लिए जिम्मेदार बता रहा है। कह रहा है कि अस्पताल वालों ने ईलाज के नाम पर 10 लाख रुपये लेने के बाद हाथ खड़ा कर दिया। एयर एम्बुलेंस कंपनी ने पूरा 6 लाख लिया, लेकिन सुविधा नहीं दी। इन्हीं लोगों की लापरवाही के कारण मेरी मां की मौत हुई है, यही लोग जिम्मेदार हैं।
जानिये..क्या है पूरा मामला
वीडियो में दिख रहे युवक का नाम ओम खेमानी है। खेमानी परिवार टाटीबंध में रहता है। ओम की मां भारती देवी खेमानी (57) की तबीयत 2 सितंबर की रात को अचानक बिगड़ गई। उन्हे आधी रात एक बजे एमएमआई नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया। 10 दिनों तक उन्हें अस्पताल में रखा गया। इस दौरान अस्पताल ने ईलाज के नाम पर 10 लाख रुपये ले लिया। इसके बावजूद भारती देवी की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ।
इसके बाद एमएमआई अस्पताल के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया, कहा कि यहां ईलाज नहीं हो सकती। डॉक्टरों ने हैदराबाद ले जाने की सलाह दी। साथ ही बताया कि मरीज की हालात ऐसी नहीं है कि इन्हें सड़क या ट्रेन के जरिये ले जाया जा सके। ऐसे में एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई। ओम के अनुसार रेड एयर एम्बुलेंस ने 6 लाख रुपये किराया, मांगा जो उसे दे दिया गया। अस्पताल प्रबंधन ने ही एयर एम्बुलेंस बुक कराया था। एयर एम्बुलेंस रायपुर एयरपोर्ट पहुंचने की सूचना मिलने के बाद मरीज को अस्पताल से वहां ले जाया गया, लेकिन एम्बुलेंस में कोई डॉक्टर नहीं था। विमान के उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही भारती देवी की तबीयत और बिगड़ गई।ओम के अनुसार प्लेन में आक्सीजन और वेंटिलेटर की कोई सुविधा नहीं थी। भारती देवी की स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर प्लेन को रायपुर लैंड कराया गया। एयरपोर्ट से फिर अस्पताल लाया गया, लेकिन इस बार भी एम्बुलेंस में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। अस्तपाल पहुंचने से पहले ही भारती देवी ने दम तोड़ दिया।