Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर भड़की हिंसा, बीजेपी ऑफिस में जमकर तोड़फोड़
Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में जातीय हिंसा (Violence) का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की रात को राज्य के थोंगजू (Thongju) में उपद्रवियों ने बीजेपी (BJP) दफ्तर पर हमला कर दिया।
Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में जातीय हिंसा (Violence) का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार की रात को राज्य के थोंगजू (Thongju) में उपद्रवियों ने बीजेपी (BJP) दफ्तर पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं दफ्तर पर जमकर पथराव और तोड़फोड़ की गई थी। साथ ही, भारतीय जनता पार्टी के सभी झंडे भी उखाड़ कर फेंक दिए थे। गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने हवा में गोलियां चलाईं। वहीं, दूसरी तरफ राज्य में बिगड़ते हालात को देखते हुए पूर्व आर्मी प्रमुख ने पीएम मोदी (PM Modi), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से ध्यान देने का अनुरोध किया है। साथ ही, जानते हैं कि अब तक कौन-कौन से बड़े राजनेताओं को टारगेट किया गया है।
इन नेताओं को बनाया निशाना
आरके रंजन सिंह
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह (RK Ranjan Singh) के इंफाल स्थित आवास को बीते गुरुवार की रात भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। इसमें गनीमत यह रही थी कि उस वक्त उनके घर पर कोई भी मौजूद नहीं था। साथ ही, कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। इससे कुछ दिन पहले भी 23 मई को सिंह के आवास पर एक भीड़ ने धावा बोल दिया। हालांकि, सुरक्षा बलों ने भीड़ को खदेड़ने में सफलता हासिल की थी।
नेमचा किपगेन
मणिपुर सरकार (Manipur Government) में कैबिनेट मंत्री नेमचा किपगेन के आवास को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया था। हालांकि, जब वह अपने आवास पर मौजूद नहीं थी, तब कुछ हमलावरों ने उनके आवास को जला दिया। मणिपुर कैबिनेट में किपगेन एकमात्र महिला मंत्री हैं। दमकल विभाग (Fire Brigade) ने उनके आवास पर लगी आग पर काबू पा लिया था।
गोविंददास कोंथौजम
मणिपुर सरकार में लोक निर्माण विभाग, युवा मामले और खेल मंत्री गोविंददास कोन्थौजम के इंफाल (Imphal) स्थित घर में 24 मई को भीड़ ने तोड़फोड़ की थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता और उनका परिवार उस समय घर से बाहर था, जब 100 लोगों की भीड़ ने उनके घर पर हमला किया था।
वुंगजागिन वाल्टे
थानलॉन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के भाजपा विधायक पर भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके बाद वाल्टे को गंभीर चोटें आईं। वह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय मीटिंग से वापस लौट रहे थे।