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Mahadev Gaming App: महादेव एप मामला: कोर्ट में पहुंचा असीम का लेटर, रिकार्ड में लेने जज ने दी सहमति

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Mahadev Gaming App: महादेव एप मामला: कोर्ट में पहुंचा असीम का लेटर, रिकार्ड में लेने जज ने दी सहमति
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By Sanjeet Kumar

Mahadev Gaming App: रायपुर। महादेव ऑनलाइन गेमिंग एप मामले में गिरफ्तार कथित कुरियर असीम सेन का लेटर अब कोर्ट के रिकार्ड में शामिल कर लिया गया है। ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने बताया कि शुक्रवार को न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में हुई बहस के दौरान जेल से असीम दास द्वारा लिखे गए पत्र को उसके वकीलों ने कोर्ट में पेश किया। इस पत्र को लेकर बहस भी हुई। असीम के वकीलों ने कहा कि इस पत्र को रिकार्ड में लिया जाए। इस पर न्यायाधीश ने कहा कि जेल प्रशासन की ओर से पहले से यह पत्र कोर्ट को प्राप्त हो चुका है, लिहाजा इसे दोबारा कोर्ट में पेश करने की जरूरत नहीं है। न्यायाधीश ने पत्र को रिकार्ड में लेने सहमति दी।

बता दें कि न्‍याययिक अभिरक्षा में जेल में बंद असमी दास ने जेल से ही ईडी के डॉयरेक्‍टर सहित अन्‍य लोगों को एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने खुद को फंसाने का आरोप लगाया था। दास ने अपने पत्र में शुभम सोनी उर्फ पिंटू और उसके साथियों द्वारा षड़यंत्रपूर्वक फंसाए जाने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वर्मा या कांग्रेस पार्टी के किसी नेता-कार्यकर्ता को पैसे या अन्य किसी तरीके से पैसे या अन्य प्रकार से सहयोग पहुंचाने से इंकार किया है। दास के अनुसार उसने जेल दाखिल होने के बाद अख़बार में जब ख़ुद से संबंधित खबर पढ़ी तो वह हैरान हो गया। दास के अनुसार शुभम् सोनी से वह दुबई में मिला था और सोनी ने उसे छत्तीसगढ़ में कंस्ट्रक्शन कारोबार में मदद का वादा कर वापस छत्तीसगढ़ भेजा था।

दास ने अपने पत्र में लिखा है कि अख़बारों में जो बात लिखी गई है कि उसके पास से जब्‍त की गई नगद राशि को वह छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देने आया था, वह पूर्णतः असत्य है।दास ने बताया है कि वह शुभम् सोनी के साथ वह बचपन में क्रिकेट खेलता था। 8 अक्टूबर 23 को वह उससे मिलने दुबई गया। दुबई में सोनी के सहयोगियों ने उसे दुबई घुमाया पर सोनी से मुलाक़ात नहीं हुई और वह भारत वापस आ गया। इसके बाद 25 अक्टूबर 23 को वह फिर से दुबई गया, अबकी बार उसकी शुभम सोनी से मुलाकात हुई। सोनी ने उसे छत्तीसगढ़ में कंस्ट्रक्शन कारोबार में मदद का वादा कर वापस भेजा और समय आने पर यूरोप शिफ्ट करने का आश्वासन दिया। शुभम् सोनी इस दौरान दुबई छोड़कर ऐम्सटर्डम या लंदन में शिफ्ट होने की बात कर रहा था।

पत्र के अनुसार सोनी के लोगों ने असीम दास को एप्पल कंपनी का फोन दिया। उसे बताया गया कि रायपुर एयरपोर्ट पर एक काली इनोवा गाड़ी उसे मिलेगी, जिसे लेकर उसे ट्राइटन होटल जाना है। होटल जाने के बाद रात 2 बजे उसे मेन रोड आने बोला गया। रोड में एक आदमी ने उसे कार्बन कंपनी का मोबाइल दिया। थोड़ी देर में उसकी गाड़ी में किसी ने नोट से भरे बैग रखे। गाड़ी पार्किंग करने के बाद वह रूम चला गया, जहां अचानक उसे ईडी के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया और अंग्रेज़ी बयान पर उससे साइन कराया गया। दास ने ख़ुद के द्वारा इस्तेमाल किए गए सिम की, काले रंग की बाइक में बिना हेलमेट और मास्क के आए व्यक्ति की सीसीटीवी के माध्यम से शिनाख्त के साथ होटल ट्राइटन के सीसीटीवी समेत अनेक बिन्दुओं पर जांच की मांग की है।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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