Liquor scam: पूर्व मेयर की बढ़ी मुश्किलेंः 2000 करोड़ के शराब घोटाले में एजाज ढेबर से एसीबी में पूछताछ शुरू
Liquor scam: छत्तीसगढ़ के 2000 करोड़ के शराब घोटाले की जांच फिर तेज हो गई है। इस मामले में एसीबी ने रायपुर के पूर्व महापौर एजाब ढेबर को पूछताछ के लिए तलब कर लिया। नीचे खबर में जानिये क्या है शराब घोटाला और अभी तक किन-किन की गिरफ्तारी हो चुकी है।

Liquor scam: रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए शराब घोटाला की जांच की आंच अब रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर तक पहुंच चुकी है। एसीबी ने पूछताछ के लिए उन्हें मुख्यालय तलब किया था। ढेबर इस वक्त एबीसी कार्यालय में हैं, जहां वरिष्ठ अफसर उनसे पूछताछ कर रहे हैं। इसी मामले में एजाज के भाई अनवर ढेबर गिरफ्तार हो चुके हैं। अनवर इस घोटाला के मुख्य सूत्रधारों में शामिल हैं।
बता दें कि कांग्रेस सरकार के दौरान हुए इस घोटाला की जांच प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने शुरू की थी। शुरुआत जांच में घोटाला का सक्ष्य मिलने के बाद ईडी ने एसीबी को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच करने का आग्रह किया था, लेकिन तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। तब एसीबी ने ईडी के उस लेटर को पेडिंग में डाल दिया था, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद एसीबी ने ईडी के उस लेटर के आधार पर एफआईआर दर्ज करने के साथ जांच शुरू की। एबीबी इस मामले में अनरव ढेबर के साथ, अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी, निरंजन दास, विद्यु गुप्ता, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, अरविंद सिंह और सुनील दत्त, दिलीप पांडेय गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं ईडी ने हाल ही में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है। लखमा अभी जेल में हैं।
एसीबी की एफआईआर में 68 लोगों को बनाया गया आरोपी
ईडी के लेटर के आधार पर एसीबी ने में दर्ज एफआईआर में 68 लोगों को आरोपी बनाया गया है। आरोपियों ने मिलकर तीन तरीके से शराब से अवैध कमाई की। ईडी की तरफ से कोर्ट में पेश चालान के अनुसार आरोपियों ने शराब निर्माताओं से कमीशन लिया। वहीं, नकली होलोग्राम का प्रयोग कर सरकारी शराब दुकानों ने देशी शराब की बिक्री कराई और उसका पूरा पैसा आरोपियों के रख लिया।
यह भी पढ़िए- एसीबी में 13 पन्नों में दर्ज है शराब में भ्रष्टाचार की पूरी कहानी, देखिये एफआईआर की पूरी कॉपी...