गांव में तेंदुआ ब्रेकिंग... सुबह 7 से शाम 5 तक ही जंगल में लकड़ी लेने जा सकेंगे लोग, सिहावा-ओडिशा रोड पर आने-जाने पर रोक, फॉरेस्ट स्टाफ बच्चों को ले जाएंगे स्कूल

रायपुर, 21 अक्टूबर 2021। गांव में तेंदुए की शिकायत के बाद धमतरी वन मंडल में तेंदुआ प्रभावित क्षेत्र में लोगों को लकड़ी के लिए जंगल जाने पर रोक लगाई गई है। ग्रामीणों को सुबह 7 से पहले और शाम 5 के बाद जंगल जाने से मना किया गया है। इसी तरह सिहावा पहाड़ी में स्थित मंदिर में लोगों को जाने से मना किया गया है। सिहावा-ओडिशा रोड पर आना-जाना प्रतिबंधित किया गया है।
पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी के मुताबिक वर्तमान में तेंदुआ प्रभावित क्षेत्रों में तेंदुए को पकड़ने के लिए 5 केज लगाए गए हैं। इसके अलावा तेन्दुआ प्रभावित क्षेत्र से लगे गांव के स्कूली बच्चों को विभाग के कर्मचारियों की मदद से लाने-ले-जाने का कार्य भी किया जा रहा है। साथ ही स्कूलों के बच्चों तथा
उन्होंने बताया कि तेंदुआ दिखने की स्थिति में तत्काल निकटतम वन अधिकारी-कर्मचारी को सूचना दें। तेंदुआ की उपस्थिति की जानकारी लोग तुरंत व्हाट्सएप ग्रुप में भेजें और सभी को सावधान करें। गांव के आसपास तेंदुए की उपस्थिति का पता लगते ही बच्चे, महिलाओं एवं वृद्धों को घर के भीतर रखें। अचानक तेंदुआ से सामना होने की स्थिति में अपने दोनों हाथ ऊपर करके जोर-जोर से चिल्लायें। जंगल के समीप अथवा गांव के बाहर तेंदुआ दिखे, तो जल्द से जल्द उससे दूर जाने का प्रयास करें। तेंदुआ शर्मिला जानवर होता है, उसके कहीं छुपे होने की जानकारी होने पर शांत तथा सुरक्षित दूरी पर रहें, उसके वापस जंगल में जाने का इंतजार करें। रात्रि के समय छोटे बच्चों एवं बुजुर्गों को घर के अंदर सुरक्षित स्थान पर रखें। अगर तेंदुआ से सामना हो जाए, तो दबे पांव पीछे की ओर हटें, इससे बचने का मौका मिलेगा। अपने गांव के आसपास झाड़ियों एवं गड्ढों को यथासंभव साफ रखें। ऐसी जगह में तेंदुआ छुपकर आक्रमण कर सकता है। रात्रि के समय मवेशियों के बाड़े की अच्छी तरह से बंद करें, रात्रि के समय घर के बाहर लाइट जलाकर रखें।