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Land Scam: गजब का घोटाला: कागजों में उगा दिया फलदार और ईमारती लकड़ियों के पेड़, 3 किसानों को 34 करोड़ दे डाला मुआवजा...

Land Scam: रायगढ़ जिले के बजरमुड़ा में कोल ब्लाक आवंटन के लिए भूमि अधिग्रहण और भूअर्जन में राजस्व अफसरों ने चार अरब 78 करोड़ का घोटाला किया है। तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार और राजस्व महकमे ने कागजों में लाखों की संख्या में फलदार और ईमारती लकड़ियों के पेड़ उगा दिया। झोपड़ी को पक्का दो गोदाम बना दिया। यही नहीं वर्षों से बंद पड़े और कंडम ट्यूबवेल को चालू बताकर मुआवजा के नाम पर सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया है।

Land Scam: गजब का घोटाला: कागजों में उगा दिया फलदार और ईमारती लकड़ियों के पेड़, 3 किसानों को 34 करोड़ दे डाला मुआवजा...
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By Radhakishan Sharma

Land Scam: रायगढ़। 13 अलग-अलग जांच कमेटियों की रिपोर्ट में राजस्व अफसरों के द्वारा भूअर्जन घोटाले को कैसे अंजाम दिया है विस्तार से खुलासा किया है। अचरज की बात ये कि पौने पांच अरब के इस घोटाले की जांच पांच महीने पहले पूरी हो गई थी। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी थी। इसके बाद भी फाइल ठंडे बस्ते में डाल दी गई थी। कलेक्टर के निर्देश के बाद अब जाकर फाइल एक बार फिर खुली है। घरघोड़ा एसडीएम को तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार सहित आधा दर्जन से ज्यादा राजस्व अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर का निर्देश दिया है। जांच रिपोर्ट में भूअर्जन के नाम पर राजस्व अफसरों द्वारा 4 अरब 78 करोड़ 68, लाख 87 हजार 786 रुपये का मुआवजा प्रकरण बनाकर घोटाले को अंजाम दिया है।

बंद ट्यूबवेल को बताया चालू और पौने दो लाख का कर दिया वारा-न्यारा

जांच रिपोर्ट में खुलासा किया है कि मौके पर नलकूप बंद पाया गया। किन्तु मुआवजा पत्रक अनुसार नलकूप चालू बताकर मुआवजा राशि 1,75,100 रुपये का प्रकरण बनाया गया है। मौके पर पक्का मकान स्थित होना पाया गया। जिसे मुआवजा पत्रक अनुसार माधवलाल, ज्वालाप्रसाद वगैरह के नाम गोदाम पक्का कॉलम, कार्यालय पक्का कॉलम, शेड पाइप टीन बताकर मुआवजा राशि 3,59,23,303 रुपये का भुगतान किया गया है। इसी जमीन का खसरा नंबर बदलकर 2,81,34,602 का भुगतान कर दिया है। एक ही जमीन में मकान, फसल एवं वृक्षों का मुआवजा तैयार किया गया।

जहां हो रही खेती, वहीं बताया फलदार पेड़ों का बगीचा

घोटाले का एक और नजारा देखिए। जिस जमीन पर खेती करना बताया है उसी जमीन पर फलदार पेड़ों का बगीचा बताकर करोड़ों रुपये हथिया लिया है। सागौन 2 वृक्ष, प्रति नग 24221 रू की दर से मुआवजा राशि 99791 रुपये, जामुन 4 वृक्ष, प्रति नग 2000/- की दर से मुआवजा राशि 16480 रुपसे, इमली 3 वृक्ष, प्रति नग 6000 रू की दर से मुआवजा राशि 37,080 रुपये, कोसम 2 वृक्ष, प्रति नग 2,310 रू की दर से मुआवजा राशि 9,517 रुपये, बेहरा 4 वृक्ष, प्रति नग 960 रू. की दर से मुआवजा राशि 7,910 रुपये, महुआ 4 वृक्ष, प्रति नग 6000 रू की दर से मुआवजा राशि 4944 रुपये का भुगतान किया गया है। उक्त भूमि का रकबा 0.545 सिंचित बताकर मुआवजा राशि 49,54,235 रुपये का भुगतान किया गया है। एक ही भूमि में फसल एवं वृक्षों का मुआवजा तैयार किया गया।

बंजर जमीन में सिंचाई सुविधा

जिस जमीन को सिंचाई सुविधा से लैस बताया है कि मौका मुआयना के दौरान बंजर पाया है। जांच रिपोर्ट में लिखा है कि मौका मुआयना के दौरान उक्त जमीन पर सिंचाई का कोई साधन उपलब्ध नही है, किन्तु मुआवजा पत्रक अनुसार उक्त भूमि को सिंचित बताकर मुआवजा राशि 3,15,61,660 रुपये का भुगतान किया गया है। इस प्रकार एक ही भूमि में फसल एवं वृक्षों का मुआवजा तैयार किया गया।

तीन किसान और 34 करोड़ का मुआवजा

खातेदार खेमानिधि, टुकलाल पिता कोमल प्रसाद, नान्हीलाल वल्द मनेसर वगैरह को लगभग 34 करोड़ का मुआवजा देना बताया है। जांच रिपोर्ट के अनुसार कंडिका क्रमांक 01 में उल्लेखित प्रयोजन एवं परिसम्पत्तियों के नाम पर मुआवजा राशि प्रदान कर व्यापक पैमाने पर आर्थिक अपराध किया जाना बताया गया है। खातेदार खेमानिधि, टुकलाल पिता कोमल प्रसाद, नान्हीलाल वल्द मनेसर वगैरह के नाम पर खसरा नंबर 13, 23, 58/2, 72/1, 84, 100, 116, 127, 160, 162/2, 197, 200 एवं 216/1 रकबा क्रमशः 0.632, 0.575, 0.954, 1.591, 1.060, 0.757, 0. 575, 0.809, 0.376, 0.241, 0.105, 0.502 एवं 3.165 हेक्टेयर राजस्व भू अभिलेख में दर्ज है। मुआवजा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है।

आम के 66 पेड़ के नाम पर आठ लाख का लिया मुआवजा

जांच रिपोर्ट में खुलासा किया है कि खसरा नंबर 13 रकबा 0.632 हे. का मौका निरीक्षण के दौरान नीम 6, महुआ 4, आम पौधा 34, सागौन 59 वृक्ष पाये गये एवं मौके पर आम के 66 वृक्ष नही पाये गये। जबकि मुआवजा पत्रक के अनुसार आम 66 वृक्ष, प्रति नग 6000 रू. की दर से मुआवजा राशि 8,15,760 रुपये, सागौन 60 वृक्ष गोलाई (60-90 से.मी.) प्रति नग 9296/- की दर से मुआवजा राशि 11,48,986 रुपये का भुगतान किया गया है। किन्तु स्थल जॉच पत्रक अनुसार सागौन के 59 वृक्ष पाई गई है, जिसकी गोलाई 31 से.मी. से नीचे पाई गई है। मौके पर एक नलकूप पाया गया किन्तु मुआवजा पत्रक अनुसार 2 नलकूप की दर से 85,000 रू. की दर से मुआवजा राशि 3,50,200 रुपये का भुगतान किया गया है।

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