Land Ragistry News: 3 मई से लागू होगा ऑटोमेटिक नामंतरण, जानिये जिनकी रजिस्ट्री पहले हो गई है, उन मामलों में क्या होगा?...
Land Ragistry News: छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए जमीन जायदादों की रजिस्ट्री का अधिकार तहसीलदारों से लेते हुए रजिस्ट्री अधिकारियों को दे दिया है। इससे राजस्व महकमे में हाहाकार मचा हुआ है। वकालत का पेशा करने वाले लोग भी इस फैसले से हैरान हैं। क्योंकि, ऐसे वकीलों की संख्या काफी थी, जिनका वकालत से अधिक नामंतरण मुख्य कार्य हो गया था।

Land Registry
Land Ragistry News: रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने एक झटके में लोगों की बहुत पुरानी मांगे पूरी कर दी। नामंतरण की आड़ में राजस्व विभाग की मनमानी से लोग त्रस्त हो गए थे। पैसा देने पर भी काम अटका दिया जाता था। आज भी सैकड़ों मामले इसलिए पेंडिंग है, क्योंकि मुंहमांगी राशि नहीं मिल पाई।
मध्यप्रदेश, तेलांगना, कर्नाटक, तमिलनाडू समेत कई राज्यों ने काफी पहले नामंतरण को ऑटोमेटिक कर लिया था। मगर छत्तीसगढ़ में राजस्व लॉबी के विरोध के चलते नामंतरण आटोमेटिक नहीं हो पा रहा था। राजस्व विभाग की तगड़ी लॉबी इस बात से फैसला लेने वालों को डराती थी कि इससे अवैध रजिस्ट्रियों पर मुहर लग जाएगी। गलत रजिस्ट्रियां होने लगेंगी। मगर दूसरी ओर कड़वी सच्चाई ये थी कि तहसीलदारों के पास अधिकार होने के बाद भी धड़ल्ले से एक-एक जमीन की कई-कई रजिस्ट्रियां हो जा रही थीं। राजधानी रायपुर के अशोका बिरयानी का मामला हाल का है। रिंग रोड पर स्थित जमीन की तीन बार, तीन अलग-अलग लोगों के नाम से रजिस्ट्री हो गई। रायपुर के तहसीलदार ने तीनों का नामंतरण भी कर डाला। चौथी बार बिकने आई तो पैसा कम मिलने पर तहसीलदार ने अड़ंगा लगा दिया कि सभी डायरेक्टरों के नाम पर रजिस्ट्री नहीं हुई है, लिहाजा नामंतरण नहीं हो पाएगा।
बहरहाल, राज्य सरकार धूम-धड़ाके के साथ 3 मई को आटोमेटिक नामंतरण सिस्टम को लांच करने जा रही है। सरकार ने इसमें नियमों में बदलाव करते हुए जमीनों का नामंतरण का अधिकार रजिस्ट्री अधिकारियों को दे दिया है। अब रजिस्ट्री होते ही ऑटोमेटिक जमीन का नामंतरण हो जाएगा। इसके लिए साफ्टवेयर तैयार हो गया है। 3 मई को रायपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में इसकी लांचिंग की जाएगी। जानकारों का कहना है कि रजिस्ट्री अधिकारी इसमें मैन्यूली कुछ नहीं करेंगे। जैसे ही आपकी जमीन की रजिस्ट्री होगी, वैसे ही आटोमेटिक नामंतरण हो जाएगा।
पहले की रजिस्ट्री का क्या होगा?
एनपीजी न्यूज ने कल सबसे पहले ऑटोमेटिक नामंतकरण की खबर को ब्रेक किया। आज भी बताया कि सरकार ने कैसे 1000 करोड़ के आरगेनाइज करप्शन पर ब्रेक लगाया। इसके बाद आज दिन भर एनपीजी ऑफिस में लोगों के फोन आते रहे कि जिनकी रजिस्ट्री पहले हो चुकी है, उनका नामंतरण कौन करेगा? एनपीजी न्यूज संवाददाता ने इस सवाल का जवाब जानने रजिस्ट्री विभाग के जानकारों से संपर्क किया। अफसरों ने बताया कि 3 मई से ऑटोमेटिक नामंतरण योजना प्रारंभ की जा रही है। इससे पहले की रजिस्ट्रियों का नामंतरण वैसे ही होगा, जैसा अभी चल रहा है। याने 3 मई के पहले तक की रजिस्ट्रियों का नामंतरण तहसीलदार करेंगे। नए स्कीम का लाभ 3 मई को लांचिंग के बाद मिलेगा, क्योंकि साफ्टवेयर उसी दिन से काम करना प्रारंभ करेगा।