कोरबा। चरित्र शंका में पति ने अपनी पत्नी को डंडे से बेदम पीटा। उसके घायल होने पर पत्नी को कमरे में बंद करके हफ्ते भर तक रखा। इलाज नही मिलने से पत्नी की मौत हो गई। जिसके बाद आरोपी पति ने थाने पहुंच कर पुलिस को पत्नी के पेड़ से गिरने से मौत की कहानी बता दी। पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आने पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामला लेमरू थाना क्षेत्र का है।
गढ़ उपरोड़ा में रहने वाला 45 वर्षीय पूरन सिंह अपनी 35 वर्षीय पत्नी विष्णु देवी के ऊपर चरित्र शंका करता था। उसे शक था कि उसकी पत्नी का अवैध संबंध किसी अन्य व्यक्ति से है। उसकी पत्नी जब भी किसी काम से बाहर जाती और लौटने में उसे देर हो जाती तब उस पर वह चरित्रहीनता का आरोप लगाकर मारपीट व गाली-गलौज करता था। 12 जुलाई को उसकी पत्नी लकड़ी लेने जंगल गई थी। जहां से वापस आने में उसे देर होने पर पूरन सिंह ने अपनी पत्नी विष्णु देवी की डंडे से जमकर पिटाई की। मारपीट से उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। इलाज करवाने के बजाय घटना को छुपाने के उद्देश्य से अपनी पत्नी को कमरे में बंद कर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार दोनों के 4 बच्चे हैं पर पिता के डर के वजह से किसी ने बाहर किसी को कुछ नहीं बताया। एक हफ्ते में बिना इलाज के महिला की हालत बिगड़ गई और कल सुबह उसने दम तोड़ दिया। शांति बाई की मौत के बाद उसका पति पूरन सिंह खुद लेमरु थाना पहुंचा और पत्नी के लकड़ी लेने जंगल जाने के दौरान पेड़ से गिरकर मरने की झूठी कहानी सुनाई। मामले की जानकारी लगने पर लेमरू थाना प्रभारी कृष्णा साहू पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और आसपास के लोगों से घटना की तस्दीक की। पड़ोसियों से उन्हें पता चला कि पूरन सिंह आए दिन अपनी पत्नी विष्णु देवी के ऊपर चारित्रिक लांछन लगाकर मार–पिट करता है। जिसके बाद पुलिस ने पूरन सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में वह बार-बार बयान बदलता रहा। पुलिस ने जब सख्ती बरती तब सब्र टूट गया और पत्नी की डंडे से पिटाई कर हत्या की बात कबूल कर ली।
पुलिस ने आरोपी के चारों बच्चों मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की। जिसमें उन्होंने पिता द्वारा मां से मारपीट करने की बात पुलिस को बताई। पुलिस ने आरोपी पति पूरन सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज है।