चाकूबाज अलग से पहचाने जाएँगे: राजधानी पुलिस रिकॉर्ड में चाकूबाजी पर भी कॉलम, डीएसआर और मंथली रिपोर्ट में चाकूबाजी हेड से 12 कॉलम..

रायपुर ,21 अक्टूबर 2021। राजधानी में पुलिस अब डीएसआर और मंथली रिपोर्ट में एक "हेड" याने शीर्षक चाकूबाजी का भी होगा। इस "हेड" में बारह कॉलम बनाए गए हैं। राजधानी पुलिस लगातार हो रही छूरेबाजी की घटनाओं पर प्रभावी कार्यवाही कर रही है लेकिन इस के पृथक ब्यौरे को रखने से बेहतर विश्लेषण मिलेगा जिससे नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी। छत्तीसगढ़ में राजधानी पुलिस ऐसा करने वाली पहली है।
चाकूबाजी अब तक की जितनी घटनाएं हुई हैं, उनमें आरोपियों को पकड़े जाने का रिकॉर्ड शत प्रतिशत है।लेकिन लगातार बढ़ती छूरेबाजी की घटनाओं ने इस पर और प्रभावी नियंत्रण की क़वायद करने की जरुरत बताई है। इस वजह से डीएसआर और मंथली रिपोर्ट में अब छूरेबाजी के नाम से पृथक ब्यौरा दर्ज होगा। इस शीर्षक से बारह कॉलम बनाए गए हैं, जिनमें पीड़ित और छूरेबाज के बीच संबंध ( पारिवारिक/मित्र/परिचित/अपरिचित),घटना में प्रयुक्त चाकू का प्रकार ( घरेलु/ग़ैर घरेलु/बटनदार),चाकूबाजी का कारण ( प्रथम दृष्टया ),चाकूबाज द्वारा पूर्व में घटित अपराध जैसे कॉलम शामिल हैं।
राजधानी कप्तान प्रशांत अग्रवाल ने बताया
*"लगातार हो रही चाकूबाजी की घटनाओं पर कार्यवाही की गई है,बल्कि हर आरोपी जेल दाखिल हुआ है, लेकिन हम इस पर और प्रभावी नियंत्रण चाहते हैं, इसलिए अब इसका पृथक से ब्यौरा संधारित किया जाएगा।हमने पाया है कि अपराध में इस्तेमाल होने वाले छूरे फ्लिपकार्ट और अमेजन से भी मंगाए गए हैं, उन एजेंसियों को भी पत्र भेजा जाएगा"*
छूरेबाजी की घटनाओं में छूरे होम डिलीवरी एजेंसियों से घर बैठे मिलते हैं। राजधानी पुलिस अब इस क़वायद में है कि होम डिलीवरी एजेंसियां डिलीवरी के ठीक पहले पुलिस को भी सूचित करें कि किस व्यक्ति ने छूरे/चाकू का ऑर्डर किया है।