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Jagannath Rath Yatra Stampede: जगन्नाथ रथयात्रा में भगदड़ पर एक्शन: कलेक्टर-SP का ट्रांसफर, DCP-कमांडेंट निलंबित

Puri Jagannath Rath Yatra Me Bhagdad: पुरी: ओडिसा के पुरी में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान रविवार को भगदड़ (Jagannath Rath Yatra Me Bhagdad) मच गई। इस भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी खबर है। जिनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (CM Mohan Charan Manjhi) ने माफी मांगी है। वहीं पुरी के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है।

जगन्नाथ रथयात्रा में भगदड़ पर एक्शन: कलेक्टर-SP का ट्रांसफर, DCP-कमांडेंट निलंबित
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By Chitrsen Sahu

Puri Jagannath Rath Yatra Me Bhagdad: पुरी: ओडिसा के पुरी में जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान रविवार को भगदड़ (Jagannath Rath Yatra Me Bhagdad) मच गई। इस भगदड़ में तीन लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की भी खबर है। जिनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (CM Mohan Charan Manjhi) ने माफी मांगी है। वहीं पुरी के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया है। साथ ही DCP और कमांडेंट को निलंबित कर दिया गया है।

6 की हालत गंभीर

बता दें कि भगवान बलभद्र (Bhagwan Balbhadra) और देवी सुभद्रा (Devi Subhadra) के रथ पहले ही गुंडिचा मंदिर पहुंच चुके थे। रविवार सुबह करीब 4 बजे के आसपास भगवान जगन्नाथ (Bhagwan Jagannath) के नंदीघोष रथ धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, इसी दौरान गुंडिचा मंदिर के पास यह भड़दड़ मची। इस घटना में बसंती साहू (36), प्रेमकांति महांति (78) और प्रभाती दास की मौत हो गई। वहीं 50 से ज्यादा लोगों के घायल हो गए, जिनमें से 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है।

मुख्यमंत्री ने मांगी माफी

घटना के बाद ओडिसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी (CM Mohan Charan Manjhi) ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए माफी मांगी। उन्होंने लिखा कि मैं और मेरी सरकार भगवान जगन्नाथ के सभी भक्तों से व्यक्तिगत रूप से क्षमा मांगते हैं। यह लापरवाही माफ करने लायक नहीं है। इसके बाद राज्य सरकार ने एक्शन लेते हुए पुरी के कलेक्टर शंकर स्वैन और पुलिस अधीक्षक विनीत अग्रवाल का तबादला कर दिया है। यहीं नहीं DCP और कमांडेट को निलंबित कर दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन को पहले से ही भीड़ के उमड़ने की संभावना थी, इसके बाद भी पर्याप्त मात्रा में पुलिसबल मौजूद नहीं थी। बता दें कि इससे पहले भी पुरी में शुक्रवार को रथयात्रा के दौरान बड़ा हादसा हुआ था। जब देवी सुभद्रा के रथ के पास भीड़ बेकाबू हो गई थी। रथ के पास भीड़ के दबाव के कारण लगभग 625 श्रद्धालुओं की तबीयत खराब हो गई थी, जिनमें से 70 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था वहीं 9 श्रद्धालुओं की हालात गंभीर भी थी।

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