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हेड मास्टर ने की आत्महत्या: कर्ज से परेशान हेडमास्टर ट्रेन के सामने कूदे, कटा सिर्फ पैर, फिर दूसरी पटरी में लेट कर दे दी जान...

हेड मास्टर ने की आत्महत्या: कर्ज से परेशान हेडमास्टर ट्रेन के सामने कूदे, कटा सिर्फ पैर, फिर दूसरी पटरी में लेट कर दे दी जान...
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By NPG News

बिलासपुर। कर्ज से परेशान हेडमास्टर ने ट्रेन के आगे कूद कर खुदकुशी कर ली। हेडमास्टर ने घर बनाने के लिए और अगले माह होने वाली बेटे के शादी के लिए कर्जा लिया हुआ था,जिसके चलते उनके खुदकुशी की बात कही जा रही है। घटना आज सुबह की है, जिसमे हेडमास्टर सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकलें और ट्रेन के सामने कूद गए। घटना नैला चौकी क्षेत्र की है।

मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट कालोनी के वार्ड नंबर-19 निवासी 55 वर्षीय सुरेश कुमार यादव शिक्षक थे। उनकी पदस्थापना बलौदा विकासखंड के नवागांव मिडिल स्कूल में प्रधान पाठक के पद पर थी। आज तड़के सुबह 4 बजे वो मॉर्निंग वॉक के लिए घर से निकले। घर से बाहर निकल कर उन्होंने घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया था। काफी समय बाद भी जब वे घर वापस नही आये तो उनका बेटा अमित यादव उन्हें खोजने निकला। तब उसे घर का दरवाजा बाहर से बंद मिला, उसने किसी तरह पड़ोसियों को आवाज डेंजर4 दरवाजा खुलवाया और अपने पिता को खोजने निकला। खोखसा फाटक के पास अमित को अपने पिता का शव पटरियों पर पड़ा मिला। वहां उपस्थित रेलकर्मियों ने बताया कि प्रधान पाठक सुरेश कुमार यादव ने पहले अप लाइन पर खुदकुशी करने की कोशिश की,पर उसमे उनका पैर का तल्ला कट गया और उन्हें आत्महत्या करने में सफलता नही मिली। फिर वे लंगड़ाते हुए किसी तरह मिडिल लाइन में आये औऱ पटरी के बीचों बीच सो गए। रेलकर्मी जब तक कुछ समझ पाते तब तक वहां से गुजर रही ट्रेन उनके ऊपर से गुजर गई और उनके शरीर के कई टुकड़े हो गए। शिक्षक के द्वारा कटे हुए पैर से एक पटरी से दूसरे पटरी जाने के दौरान वहां आस- पास खून बिखर गया।

अमित यादव ने पिता के आत्महत्या की जानकारी अपने घर वालो को दी। जानकारी लगते ही मृतक की पत्नी और बेटी मौके पर पहुँच गए। मृतक के बेटे अमित यादव ने बताया कि वह प्राइवेट संस्थान में कार्य करता है। अगले माह उसकी शादी होनी थी,जिसके लिए आज प्री वेडिंग फोटोशूट होना था। अमित के अनुसार उसके पिता शादी के खर्च के लिए चिंतित रहा करते थे। उन्होंने शादी के लिए बैंक से 15 लाख रुपये का कर्ज लिया था तो वही घर बनवाने के लिए भी 15 लाख का कर्ज लिया था। अमित ने बताया कि उसके पिता अक्सर इस बात की चिंता में डूबे रहते थे कि वे कर्ज कैसे पटाएँगे। घर वालों की समझाइश का भी कोई खास असर उनपर नही पड़ता था। और कर्ज तले ही दब कर उसके पिता ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

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