GST News: सरकारी सप्लायरों ने किया जीएसटी में गोलमाल: विभाग कर रहा एनालिसिस, अब तक पकड़ी गई करोड़ों की चोरी, हो रही वसूली
GST News: स्टेट जीएसटी में बड़े खेल का खुलासा हुआ है। यह खेल सरकारी सप्लायरों ने ही किया है। सप्लायरों ने सरकार को करोड़ों के माल की आूपर्ति की, लेकिन जीएसटी जमा नहीं किया। अब विभाग एक-एक सप्लायर की एनालिसिस करा है। इमसें अब तक करोड़ों की चोरी पड़ी गई है।
GST News: रायपुर। सरकारी विभागों में आपूर्ति करने वाले सप्लायरों ने ही सरकारी खजाने को चूना लगा दिया है। जीएसटी अफसरों के अनुसार राज्य मे पिछले कुछ वर्षों मे जिलों मे डीएमएफ मद से बड़ी संख्या मे निर्माण कार्य और सामाग्री क्रय किया गया है परंतु जितना व्यय शासन द्वारा किया गया है उस अनुपात मे शासन को जीएसटी नहीं मिला है।
स्टेट जीएसटी मे गठित किए गए बिज़नस इंटेलिजेंस यूनिट के द्वारा एआई आधारित आईटी टूल्स का प्रयोग कर ऐसे व्यवसायियों का 360 डिग्री एनालिसिस किया जा रहा है जिनके द्वारा शासकीय सप्लाइ तो किया गया है पर इस पर जीएसटी नहीं पटाया गया है। इसी तारतम्य मे विगत दिनों कुछ व्ययसायियों की जांच कर उनसे टैक्स जमा करवाया गया।
केशकाल के भारत इन्फ्रा नाम के व्यवसायी के प्रकरण मे 91 लाख रुपये और रायपुर के श्री कृष्ण इंटर प्राइजेस मे 2.5 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी गई है। इसमें से 1.75 करोड़ रुपये टैक्स विभाग ने वसूल कर किया है। इसी तरह का एक और मामला हार्टीकल्चर विभाग मे भी पकड़ा गया है जिसमे शेडनेट सप्लाइ करने वाली कंपनी किसान एग्रोटेक को विभाग ने नोटिस दिया है।
इस प्रकार की कर चोरी करने वाले व्यवसायी अक्सर अपनी टैक्स लाइबिलिटी कम दिखाने के लिए बोगस बिलों पर आईटीसी क्लेम करते हैं परंतु यह भूल जाते हैं कि अब टैक्स विभाग के पास कई ऐसे आई टी टूल्स हैं जिनकी मदद से इस तरह के मामलो मे बच निकलना कठिन है। राज्य कर विभाग द्वारा लगातार व्यवसायियों की बैठक लेकर उन्हे जागरूक भी किया जा रहा है कि कर की देयता से बचने का कोई शॉर्ट कट न अपनाए अपने टैक्स का भुगतान ईमानदारी से करें।