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Election Commission: पैसा और शराब के दम पर सत्‍ता: चुनाव में अब तक 372 करोड़ कैश और 214 करोड़ से ज्‍यादा की शराब जब्‍त

Election Commission: इसे सत्‍ता की भूख ही कहा जाएगा। नेता चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। चुनाव आयोग की सख्‍ती के बावजूद धन और बाहुबल का प्रयोग चुनावों लगातार हो रहा है।

Election Commission: पैसा और शराब के दम पर सत्‍ता: चुनाव में अब तक 372 करोड़ कैश और 214 करोड़ से ज्‍यादा की शराब जब्‍त
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By Sanjeet Kumar

Election Commission: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव संपन्‍न हो चुका है। इसके साथ ही आयोग की जांच और सख्‍ती भी लगभग खत्‍म हो गई है। आयोग की यह सख्‍ती चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के साथ शुरू हुई थी। प्रशासन की तरफ से लगातार जांच किए गए। इस दौरान बड़े पैमाने पर कैश और शराब के साथ अन्‍य मादक पदार्थ पकड़े गए।

छत्‍तीसगढ़ के साथ ही देश के चार अन्‍य राज्‍यों मध्‍य प्रदेश, राजस्‍थान, तेलंगाना और मिजोरम में भी चुनाव चल रहा है। इन पांचों राज्‍यों में चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के बाद से अब तक 1760 करोड़ रुपये से अधिक कैश व सामान पकड़े जा चुके हैं। 2018 की तुलना में इस बार चुनावी राज्यों में बरामदगी में सात गुना वृद्धि हुई है।

निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के लगातार प्रयासों की बदौलत पांच चुनावी राज्यों मिजोरम, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में बरामदगी में महत्वपूर्ण और अभूतपूर्व तेजी देखी गई है। चुनाव की घोषणा के बाद से पांच चुनावी राज्यों में 1760 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती की सूचना मिली है, जो 2018 में इन राज्यों में पिछले विधानसभा चुनावों में की गई बरामदगी से सात गुना (239.15 करोड़ रुपये) अधिक है। पांच राज्यों में चल रहे चुनावों और पिछले कुछ राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान जब्ती के आंकड़े प्रलोभनों की निगरानी करने और समान अवसर के लिए चुनावी बेईमानी को रोकने के हवाले से मजबूत उपायों को लागू करके स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने के लिए ईसीआई की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। याद रहे कि गुजरात, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा और कर्नाटक में पिछले छह राज्य विधानसभा चुनावों में 1400 करोड़ रुपये से अधिक की जब्ती की गई थी, जो इन राज्यों में पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में 11 गुना अधिक है।

इस बार आयोग ने इलेक्शन एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सिस्टम (ईएसएमएस) के माध्यम से निगरानी प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी को भी शामिल किया है, जो बहुत सहायक साबित हो रहा है, क्योंकि यह बेहतर समन्वय और खुफिया जानकारी साझा करने के लिए केंद्र और राज्य प्रवर्तन एजेंसियों की एक विस्तृत श्रृंखला को एक साथ जोड़ता है।

जानिए... छत्‍तीसगढ़ में चुनावी जब्‍ती का हाल

छत्‍तीसगढ़ में कैश, शराब सहित अब तक करीब 77 करोड़ रुपये की जब्‍ती हुई है। इसमें करीब 21 करोड़ कैश और सवा दो करोड़ की शराब शामिल है। इसके साथ ही प्रदेश में साढ़े चार करोड़ रुपये से अधिक की अन्‍य मादक पदार्थ जब्‍त किए गए हैं। वोटरों को लुभाने के लिए बांटी जाने वाली सामग्री जिसमें साड़ी सहित अन्‍य वस्‍तुएं शामिल हैं की भी बड़े पैमाने पर जब्‍ती हुई है। पांच चुनावी राज्‍यों में सबसे ज्‍यादा जब्‍ती लेतंगाना में हुई है। वहां 225 करोड़ रुपये कैश बरामद किया गया है।




Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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