Education City Javanga: हमें शिक्षक चाहिए: एजुकेशन सिटी में शिक्षकों की कमी, बच्चों ने किया चक्का जाम
Education City Javanga:
Education City Javanga दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा का जवांगा देश ही नहीं दुनिया में एजुकेशन सिटी के रुप में पहचान बना चुका है। बस्तर संभाग का यह जिला कभी नक्लवाद से बुरी तरह प्रभावित था, लेकिन देखते ही देखते इस जिला ने अपनी एजुकेशन सिटी की पहचान बना ली। आज उसी एजुकेशन सिटी के स्कूली बच्चों को अपनी शिक्षा के लिए सड़क पर उतरना पड़ा। शिक्षकों की कमी का सामना कर रहे जवांगा स्थित स्वामी आत्मानंद कन्या हिंदी मीडिय स्कूल की बच्चियों ने आज एनएच 63 पर बैठ गईं। इसकी वजह से सड़क पर करीब महीनेभर तक जाम लगा रहा।
दरअसल, स्वामी आत्मानंद कन्या स्कूल में लगभग 1200 बच्चे पढ़ते हैं। बच्चों की संख्या के हिसाब से शिक्षकों का सेटअप नहीं है। स्कूल में मात्र 19 शिक्षक हैं। इनमें 14 रेगुलर है और 5 अथिति शिक्षक हैं। प्रदर्शन कर रही बच्चियों ने बताया कि 9वीं कक्षा के 3 सेक्शन है। हर सेक्शन में में 60-60 बच्चे हैं। इसी तरह 10वीं कक्षा में 3 सेक्शन है। शिक्षकों की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
सड़क पर बैठी बच्चियों ने करीब 1 घंटें तक वहां प्रदर्शन किया। आंदोलन की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बच्चियों को समझा कर वहां से हटाया। छात्राओं के अनुसार जो शिक्षक हैं वे भी नियमित स्कूल नहीं आते हैं। शिक्षा विभाग के अफसरों से कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। वहीं इस मामले में कलेक्टर ने कहा है कि स्कूल की कुछ शिक्षिकाएं छुट्टी पर हैं जिसकी वजह से बच्चों को परेशानी हो रही है। शिक्षकों की समस्या शीघ्र दूर की जाएगी।
ओपी चौधरी का सरकार पर हमला
भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कहा कि हमनें बस्तर के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए एजुकेशन सिटी जैसे उच्च स्तरीय शैक्षणिक संस्थानों का निर्माण किया था। परंतु यह देखते हुए बहुत पीड़ा हो रही है कि कांग्रेस की कुनीतियों के कारण आज उसी एजुकेशन सिटी के बच्चे शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए जान जोखिम में डालकर राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना देने को मजबूर हैं, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण तथा चिंताजनक है। बता दें कि दंतेवाड़ा का कलेक्टर रहने के दौरान ओपी चौधरी ने ही जवांगा को एजुकेशन हब बनाया था।