Begin typing your search above and press return to search.

Dr. Manmohan Singh: 11 साल पहले सीपत आए थे पूर्व पीएम डा मनमोहन सिंह, तब उनकी सादगी के कायल हो गए थे लोग

Dr. Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह आज से ठीक 11 साल पहले छत्तीसगढ़ के सीपत स्थित सुपर-क्रिटिकल बॉयलर तकनीक से लैस पावर प्लांट का उद्घाटन करने आए थे। 19 सितंबर, 2013 का वह दिन था। समय तकरीबन 11.40 बजे। हेलिकाप्टर से उतरे और सीधे मंचे के पर आ गए थे। दिल्ली से सीधे सीपत पहुंचे थे। 40 मिनट का उनका प्रवास था। मंच के सामने शहरी और ग्रामीणों की खचाखच भीड़। मंच पर चढ़ते ही लोगों का बेहद सादगी और सालिनता के साथ अभिवादन किया और कुर्सी पर जा बैठे। पूरे 25 मिनट उन्होंने मंच पर ही बिताया। मंच के सामने बैठी भीड़ उनकी सादगी देकर अचरज में थी। सादगी और सालिनता की चर्चा लोग आज भी करते हैं। डा सिंह के निधन के बाद एक बार फिर सीपत की वह तस्वीर लोगों के आंखों के सामने घूम सी गई है। लोगों की जुबान पर एकाएक डा सिंह दोबार लौट आए हैं।

Dr. Manmohan Singh: 11 साल पहले सीपत आए थे पूर्व पीएम डा मनमोहन सिंह, तब उनकी सादगी के कायल हो गए थे लोग
X
By Radhakishan Sharma

Dr. Manmohan Singh: बिलासपुर। 19 सितंबर, 2013 को देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह 40 मिनट के प्रवास पर दिल्ली से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से लगे सीपत एनटीपीसी सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट के उद्घाटन अवसर पर आए थे। इसी दिन उन्होंने प्रदेश के साथ ही देश की जनता को एक और अत्याधुनिक पावर प्लांट समर्पित किया। उनके निधन की सूचना के बाद सीपत पावर प्लांट शुभारंभ का वह अवसर जिसमें पीएम डा सिंह की सादगी और सालिनता के साथ मौजूदगी थी, एक बार फिर लोगों के जुबान पर चढ़ गई है। लोग उस दौर को एक बार फिर याद करने लगे हैं।

सीपत एनटीपीसी पावर प्लांट प्रबंधन और प्लांट के अधिकारी व कर्मचारियों के लिए बेहद खास इसलिए कि पावर प्लांट की आधारशीला और लोकार्पण देश के दो नामचीन प्रधानमंत्रियों ने किया है। प्लांट की आधारशील तत्कालीन प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटलबिहारी वाजपेयी ने रखी थी। परियोजना की स्थापित क्षमता 2980 मेगावाट है, जिसमें दो चरण शामिल हैं, पहला चरण जो देर से चालू हुआ, वह 660 मेगावाट की 3 इकाइयों का था, जिसमें सुपर-क्रिटिकल बॉयलर तकनीक शामिल थी और दूसरे चरण में 500 मेगावाट की 2 इकाइयां शामिल थीं। तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 20 सितंबर, 2013 को सीपत थर्मल पावर प्लांट का उद्घाटन किया।

गुरुवार का अजीब संयोग

पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन का निधन गुरुवार को हुआ। आज से ठीक 11 साल पहले जब वे सीपत स्थित एनटीपीसी पावर प्लांट देश की जनता को समर्पित करने आए थे, तब भी वह गुरुवार का ही दिन था। गुरुवार का अजीब संयोग जुड़ा। सीपत पावर प्लांट देश की जनता को समर्पित करने के साथ ही तत्कालीन पीएम डा सिंह ने लारा थर्मल पावर प्रोजेक्ट के प्रथम चरण का रिमोट कंट्रोल से शिलान्यास भी किया।

तत्कालीन पीएम अटलबिहारी वाजपेयी ने रखी थी आधारशीला

सीपत में एनटीपीसी के मेगा पावर प्रोजेक्ट की आधारशिला तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 28 जनवरी 2002 को रखी थी। छह साल बाद वर्ष 2008 में 500 मेगावाट की पहली इकाई से बिजली उत्पादन शुरू हुआ। प्लांट के पहले चरण के काम पर 8323 करोड़ तथा दूसरे चरण पर 4039 करोड़ रुपए खर्च किए गए।

वीवीआईपी प्रवास को लेकर तेज रही सरगर्मी

प्रधानमंत्री के प्रवास को देखते हुए प्रदेश स्तर पर सियासी और प्रशासनिक सरगर्मी भी तेज रही। प्रदेश के तत्कालीन डीजीपी रामनिवास, पीएम के प्रवास के एक दिन पहले मसलन 19 सितंबर बुधवार को सीपत पहुंच गए थे। एसपीजी के अफसरों के साथ समारोह स्थल का जायजा लिया था। इसके बाद एसपीजी व लोकल इंटेलीजेंस के साथ बैठक भी ली थी। तबसीपत में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए तकरीबन 100 जवानों की तैनाती की गई थी। सुरक्षा का पूरा जिम्मा तत्कालीन आईजी राजेश मिश्रा को दी गई थी ।

इन अफसरों की भी रही पैनी नजर

नक्सल आपरेशन के तत्कालीन डीआईजी जयंत थोर्रात, बिलासपुर एसपी बीएन मीणा, कोरबा एसपी रतनलाल डांगी सहित अन्य अफसरों को विशेष जिम्मेदारी दी गई थी।

तब एनटीपीसी बना था बेस हास्पिटल

वीवीआईपी प्रवास और सुरक्षा के मद्देनजर राज्य सरकार ने एनटीपीसी को बेस हास्पिटल बनाया था। सिम्स के 4 डॉक्टरों सहित 9 स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी । डॉक्टरों के अतिरिक्त सिम्स सर्जरी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. राहुल भार्गव, बायोकेमेस्ट्री के सहायक प्राध्यापक डॉ. प्रवीण सबलानियां, सहायक प्राध्यापक मेडिसिन डॉ. मनोज गुप्ता व ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. भानू प्रताप सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी। पीएम का प्रवास गुरुवार को था। लिहाजा बुधवार दोपहर को ही एमएस डॉ. रमणेश मूर्ति एवं डीएमएस डॉ. लखन सिंह ने सिम्स के डॉक्टरों व स्टाफ को एंबुलेंस सहित रवाना बेस हास्पिटल के लिए रवाना कर दिया था।

Next Story