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Corona in Chhattisgarh: सीजी में बढ़ रहा कोरोना का खतरा: 7 दिन में 19 मिले पॉजिटिव, दुर्ग जिला में सबसे ज्‍यादा केस

Corona in Chhattisgarh: छत्‍तीसगढ़ में भी कोरोना ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। प्रदेश में सप्‍ताहभर में 19 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। सभी मरीज राज्‍य के 5 जिलों में हैं। बस्‍तर और रायगढ़ में आज पहली बार 2-2 मरीज मिले हैं।

Corona in Chhattisgarh: सीजी में बढ़ रहा कोरोना का खतरा: 7 दिन में 19 मिले पॉजिटिव, दुर्ग जिला में सबसे ज्‍यादा केस
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By Sanjeet Kumar

Corona in Chhattisgarh: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में कोरोना वायरस का संक्रमण फिर बढ़ने लगा है। अभी 2 जिलों रायपुर और दुर्ग में ही सक्रिय मरीज हैं, लेकिन इनकी संख्‍या बढ़ रही है। सबसे ज्‍यादा सक्रिय मरीज दुर्ग जिला में हैं। सप्‍ताहभर में 19 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचना की गई है। सभी 19 मरीज अभी विभिन्‍न अस्‍पतालों में भर्ती हैं। डॉक्‍टरों के अनुसार सभी मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर है। रायपुर में पॉजिटिव मिले मरीजों में एम्‍स की एक नर्स भी शामिल है।

आज (27 दिसंबर) 5 नए केस मिले हैं। इनमें एक रायपुर में मिला है। वहीं, बस्‍तर और रायगढ़ में 2-2 मरीज मिले हैं। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 23 नवंबर को एक कोरोना पॉजिटिव मिला था, जो 30 नवंबर को डिस्‍चार्ज हो गया। इसके बाद 20 दिसंबर तक राज्‍य में कोरोना का एक भी सक्रिय मरीज नहीं था। 21 दिसंबर को एक साथ 3 पॉजिटिव मिले। ये मरीज कांकेर, रायपुर और बिलासपुर जिला में मिले थे। 22 दिसंबर को रायपुर और दुर्ग में 2 नए केस मिले। 23 दिसंबर को रायपुर में 2 और दुर्ग में 1 नए मरीज की पहचान की गई। इसके साथ राज्‍य में सक्रिय मरीजों की संख्‍या 8 पहुंच गई। 24 दिसंबर को नया केस नहीं मिला, लेकिन 25 दिसंबर को दुर्ग में फिर एक नया मामला सामने आ गया। 26 दिसंबर को नए मरीजों की संख्‍या बढ़कर 5 हो गई। इसमें से रायपुर में 1 और बाकी 4 मरीज दुर्ग में मिले। आज की स्थिति में दुर्ग में 7, रायपुर में 6, बिलासपुर व कांकरे में एक-एक , रायगढ़ व बस्‍तर में 2-2 सक्रिय मरीज हैं।

छह महीने बाद फिर बढ़ने लगे हैं मरीज

प्रदेश में इस वर्ष जून तक लगातार मरीज मिल रहे थे। प्रदेश में 21 जुलाई को कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्‍या जीरो हो गई। इसके बाद एक- दो मरीज फिर आए और 01 अगस्‍त को राज्‍य में सक्रिय मरीजों की संख्‍या फिर जीरो हो गई। इस बीच 14 अगस्‍त को एक मामला सामने आया। 21 अगस्‍त को उस मरीज के ठीक होने के साथ ही सक्रिय मरीजों की संख्‍या जीरो हो गई। करीब सप्‍ताहभर यही स्थिति रही, लेकिन 1 सितंबर को एक पॉजिटिव मरीज मिला। 8 सितंबर को उसके ठीक होने के बाद लगभग महीनेभर कोई नया मरीज नहीं मिला। अक्‍टूबर में दो मरीज मिले, सप्‍ताहभर बाद दोनों ठीक हो गए। इसके बाद 23 नवंबर को एक मरीज मिला, जो 30 नवंबर को डिस्‍चार्ज हो गया।

सरकार ने कसी कमर

कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए राज्‍य सरकार ने अपनी तैयारियों और व्‍यवस्‍था का परीक्षण शुरू कर दिया है। दो दिन पहले सीएम विष्‍णुदेव साय ने स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अफसरों की बैठक ली। इसमें उन्‍होंने कहा कि नए साल और त्योहार को देखते हुए कोविड संक्रमण को रोकने के लिए तमाम जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की जांच की जाए।कोरोना संबंधी मामलों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की जाए। सभी उपकरणों की जांच की जाए। हर जिले में कोविड की पर्याप्त संख्या में जांच की जाए। कम से कम 100 टेस्ट हर दिन होनी चाहिए। हो सके तो सभी RT-PCR विधि से की जाए।कोविड पॉजिटिव पाए जाने पर इसके जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल रायपुर एम्स भेजे जाएं। जिससे नए वैरिएंट की पहचान की जा सके।

राहत की बात: ज्‍यादा खतरनाक नहीं है नया वायरस

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, WHO ने मंगलवार को जेएन.1 कोरोना वायरस स्ट्रेन को रुचि के प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया। जिसमें कहा गया है कि यह स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर निष्कर्ष निकाला गया है। इस वेरिएंट से स्वास्थ्य को रिस्क बेहद कम है। JN.1 को पहले इसके मूल वंश BA.2.86 के एक भाग के रूप में देखा जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने कहा कि मौजूदा वैक्सीन जेएन.1 और सीओवीआईडी -19 वायरस के अन्य वेरिएंट से होने वाली गंभीर बीमारी से रक्षा करते हैं और इससे मृत्यू का खतरा कम है।बता दें कि केरल में कोरोना का नया सब वेरिएंट जेएन.1 (JN.1) का एक मामला भी सामने आया था। जिसके बाद से लोग काफी घबराए हुए हैं। लोगों को लग रहा है कि कहीं कोरोना एक बार फिर से दस्तक न दे दे। वहीं केंद्र सरकार ने भी कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर चिंता व्यक्त की है। इसके लिए बुधवार को सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक भी बुलाई गई है। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को जेएन.1 (JN.1 ) के बारे में जानकारी दी है। साथ ही ये भी स्पष्ट किया है कि इससे स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा नहीं है।

गंभीर बीमारी और मृत्यु से रक्षा करते हैं।कोरोना के मामले को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की है। केंद्र सरकार ने आगामी त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए राज्यों को सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और अन्य व्यवस्थाओं को पूरा करने को कहा। इसके साथ ही एडवाइजरी में राज्यों को नियमित आधार पर सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और गंभीर सांस लेने में दिक्कत वाली बीमारी के मामलों की निगरानी करने के निर्देश दिए है।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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