Chhattisgarh State Election Commission: पूर्व सीएस अजय सिंह ने संभाली छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयुक्त की कुर्सी
Chhattisgarh State Election Commission: छत्तीसगढ़ के नए निर्वाचन आयुक्त बनाए गए पूर्व सीएस अजय सिंह ने आज अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। इसके साथ ही इस वर्ष के अंत में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी तेज होने की उम्मीदी है।
Chhattisgarh State Election Commission: रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग के पांचवे निर्वाचन आयुक्त के तौर पर आज अजय सिंह ने कार्यभार संभाल लिया है। 1983 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी अजय सिंह फरवरी 2020 में शासकीय सेवा से निवृत्त हुए हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर नियुक्ति से पहले वे उपाध्यक्ष, राज्य योजना आयोग के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। वहाँ से पदमुक्त होकर उन्होंने आज राज्य निर्वाचन आयुक्त का पदभार ग्रहण किया है।
स्वागत के इस मौके पर सचिव, डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से आयुक्त सिंह का संक्षिप्त परिचय कराते हुए इन अधिकारियों को सौंपे गये दायित्वों की भी जानकारी दी। आयुक्त सिंह ने इसके बाद आयोग के सभी कक्षों का मुआयना किया और आने वाले समय में होने वाले नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायतों के आम निर्वाचन के लिए तैयारियां करने पर जोर दिया है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सिंह के पदभार ग्रहण करने पर आयोग की ओर से उनका आत्मीय स्वागत किया गया। इस मौके पर सचिव डॉ. भुरे, उप सचिव डॉ. नेहा कपूर, अवर सचिव डॉ. अनुप्रिया मिश्रा तथा अवर सचिव प्रणय कुमार वर्मा सहित आयोग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
आईएएस अजय सिंह का जीवन परिचय ( जीवनी)
अजय सिंह छत्तीसगढ़ कैडर के 1983 बैच के आईएएस है। वे मूलतः छत्तीसगढ़ के ही रहने वाले है। मुंगेली जिले में उनका गांव है। पर उनका परिवार बिलासपुर जिले में निवास करता है। उन्होंने मध्य प्रदेश बोर्ड में 1976 में टॉप किया था। हुए छत्तीसगढ़ के नीति आयोग के उपाध्यक्ष, राजस्व मंडल के अध्यक्ष और राज्य विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे हैं।
अजय सिंह मुंगेली जिले के पथरिया गांव के रहने वाले हैं। पर उनका परिवार बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर में शिफ्ट हो गया था। उनके पिता फतेह नारायण सिंह एक प्रसिद्ध वकील थे। बिलासपुर के बृहस्पति बाजार मिशन स्कूल से उन्होंने अपनी स्कूलिंग पुरी की। मध्यप्रदेश बोर्ड में वे 1976 में बारहवीं के टॉपर रहे थे। दिल्ली आईआईटी से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में 1981 में बीटेक किया। फिर एमटेक किया। सेवा में आने के बाद उन्होंने 1995 –96 में मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी यूके से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स डिग्री भी ली।
मध्यप्रदेश में वे सीधी, सीहोर, जबलपुर समेत विभिन्न जिलों के कलेक्टर रहे। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य गठन होने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ कैडर चुन लिया। छत्तीसगढ़ में वे स्वास्थ्य, खाद्य, नागरिक आपूर्ति, वित्त, वाणिज्य कर, नगरीय प्रशासन, बिजली,जलसंसाधन विभाग के सचिव, प्रमुख सचिव, अतिरिक्त मुख्य सचिव रहें। बिलासपुर जिले के प्रभारी सचिव भी रहें। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे। अजय सिंह को रमन सरकार ने 2017 में प्रदेश का नौंवा चीफ सेकेट्री बनाया था। वे 2020 तक इस पद पर रहते। पर 2018 में भूपेश बघेल की सरकार आने पर मार्च 2018 में उन्हें हटाकर सुनील कुजूर को मुख्य सचिव बना दिया गया था। तब अजय सिंह को छत्तीसगढ़ राजस्व मंडल का अध्यक्ष बनाया गया था। फिर कुछ ही दिनों में उन्हें राज्य नीति आयोग जो पूर्व में राज्य योजना आयोग के नाम से जाना जाता था उसके उपाध्यक्ष बना दिए गए। अजय सिंह की पत्नी आभा सिंह एक चिकित्सक है। वे मेडिकल कालेज रायपुर की डीन रह चुकी है। अजय सिंह से छोटे भाई अरविंद चंदेल छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के जस्टिस थे। वर्तमान में उनका तबादला पटना हो गया। अजय सिंह के सबसे छोटे भाई नवल सिंह डॉक्टर हैं।