Chhattisgarh News: मैनपाट में 498 एकड़ जमीन पर पूर्व मंत्री के करीबियों का कब्जा: फर्जी पट्टे के सहारे साढ़े तीन करोड़ ले लिया केसीसी लोन, 13 पर एफआईआर
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल सरगुजा के मैनपाट में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के करीबियों ने सरकारी जमीन का जमकर खेला किया है। राजस्व अफसरों से मिलीभगत कर 498 एकड़ शासकीय भूखंड का फर्जी पट्टा बनवा लिया। समर्थन मूल्य पर धान भी बेचने लगे। जिला सहकारी बैंक की समितियों में इसी जमीन के एवज में बड़े किसान बन गए और किसान क्रेडिट कार्ड भी हासिल कर लिया। यही नहीं केसीसी के जरिए समितियों से 3 करोड़ 56 लाख रुपए का लोन भी ले लिया। कलेक्टर के निर्देश पर फर्जीवाड़ा में शामिल 13 लोगों के खिलाफ तहसीलदार ने एफआईआर दर्ज कराया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस शासन काल में मैनपाट में एक हजार एकड़ से ज्यादा सरकारी जमीन का वारा-न्यारा किया गया है।
Chhattisgarh News: सरगुजा। छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल सरगुजा के मैनपाट में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के करीबियों ने सरकारी जमीन का जमकर खेला किया है। राजस्व अफसरों से मिलीभगत कर 498 एकड़ शासकीय भूखंड का फर्जी पट्टा बनवा लिया। समर्थन मूल्य पर धान भी बेचने लगे। जिला सहकारी बैंक की समितियों में इसी जमीन के एवज में बड़े किसान बन गए और किसान क्रेडिट कार्ड भी हासिल कर लिया। यही नहीं केसीसी के जरिए समितियों से 3 करोड़ 56 लाख रुपए का लोन भी ले लिया। कलेक्टर के निर्देश पर फर्जीवाड़ा में शामिल 13 लोगों के खिलाफ तहसीलदार ने एफआईआर दर्ज कराया है।
बड़े पैमाने पर हुए इस फर्जीवाड़े की मास्टर माइंड पूर्व मंत्री के करीबी कांग्रेस नेता अटलबिहारी यादव को माना जा रहा है। यही कारण है कि तहसीलदार ने अटलबिहारी यादव सहित 13 लोगों के खिलाफ सरकारी जमीन की अफरा-तफरी, केसीसी के जरिए जिला सहकारी केंद्रीय बैं की समितियों से केसीसी के जरिए लोन लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराया है। जमीन के फर्जीवाड़ा में शामिल इन लोगों को अब जेल की हवा खानी पड़ेगी। सरगुजा के पर्यटन स्थल मैनपाट में कांग्रेस शासनकाल के दौरान राजस्व अधिकारियों के साथ गठजोड़ कर एक हजार एकड़ से ज्यादा शासकीय भूमि का फर्जी पट्टा बनाए जाने की शिकायत कलेक्टर से की गई थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर विलास भोस्कर ने सीतापुर एसडीएम रवि राही को जांच के निर्देश दिए थे। प्रारंभिक जांच में 498 एकड़ शासकीय भूमि का फर्जी पट्टा बनाए जाने का मामला सामने आया है। तहसीलदार की रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम ने पट्टे को निरस्त कर 498 एकड़ भूमि को वापस शासकीय मद में दर्ज किया गया है।
समर्थन मूल्य पर धान भी बेचा, सरकार को लगाया लाखों का चूना
प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में जिस 498 एकड़ शासकीय भूमि का पट्टा बनाया गया है,इसके एवज में समर्थन मूल्य पर धान की बिक्री भी की गई है। इसके जरिए राज्य शासन को लाखों का चूना अलग लगाया गया है। इसी जमीन के एवज में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की विभिन्न समितियों से साढ़े तीन करोड़ का लोन भी ले लिया है। इस लोन की रिकवरी किस आधार पर होगी यह फिलहाल तय नहीं है।
1325 पन्नों की जांच रिपोर्ट, 13 पर एफआईआर
बता दें कि सीतापुर एसडीएम व जांच अधिकारी रवि राही ने 1325 पन्नों की जांच रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर विलास भोसकर को सौंपी थी। मामले में जांच प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर भोसकर ने मैनपाट तहसीलदार संजय सारथी को संबंधितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।
इनके खिलाफ हुआ एफआईआर
कांग्रेस नेता अटल बिहारी यादव, रजवंती, रामसूरत, चंद्रवती, नीरज, संजय, नरेश, शिवराज, अनिल कुमार गुप्ता, कविता यादव, गोपाल, हरिकेश्वर व जनार्दन यादव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामले में कमलेश्वरपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 व 120 बी के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।