Chhattisgarh News: फेडरेशन के संयोजक की सीएम के नाम चिट्ठी: शिक्षकों की सेवा गणना और वेतन विसंगति को लेकर कहा...
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Chhattisgarh News: रायपुर। छत्तीगसढ़ कर्मचारी- अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखा है। इसमें कमल वर्मा ने प्रदेश के शिक्षकों की मांगों का समर्थन करते हुए उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण करने का आग्रह किया है।
सीएम को लिखे पत्र में कमल वर्मा ने बताया है कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन प्रदेश के 115 मान्यता एवं गैर मान्यता प्राप्त संगठनों का प्रतिनिधि संगठन है। प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों को उनके उचित मांगों के लिए न्याय दिलाने समय-समय पर लोकतांत्रिक तरीके से अनेक आंदोलन कर चुके है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की प्रांतीय बैठक दिनांक 20 अक्टूबर को राजधानी रायपुर रखी गई थी। उक्त बैठक में प्रदेश के शिक्षक एल.बी. संवर्ग एवं सभी संवर्गो की निम्नांकित मांगों के संबंध पर आपके ध्यान आकृष्ट करने का निर्णय लिया गया है:-
1. मोदी जी की गारंटी के तहत सहायक शिक्षक एलबी के वेतन विसंगति को दूर करते हुए सहायक शिक्षक एलबी संवर्ग को व्याख्याता एलबी शिक्षक एलबी के वेतन में जो अंतर है वैसा ही शिक्षक एलबी और सहायक शिक्षक एलबी के बीच समानुपातिक अंतर में वेतन का निर्धारण किया जाए।
2. शिक्षक एलबी संवर्ग के प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना करते हुए क्रमोन्नति, पदोन्नति, पेंशन एवं अन्य लाभ प्रदान किया जाए।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक एलबी संवर्ग जो कि पूर्व में शिक्षा कर्मी, शिक्षक पंचायत आदि नाम से नियुक्त हुए थे। उन्हें डॉ. रमन सिंह की सरकार के द्वारा ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए 2018 में शिक्षा विभाग में संविलियन किया गया है। किंतु संविलियन के पश्चात सेवा की गणना प्रथम नियुक्ति दिनांक से न कर संविलियन दिनांक से की जा रही है जिसके कारण शिक्षक एलबी संवर्ग को भारी नुकसान हो रहा है शिक्षक एलबी संवर्ग के शिक्षकों को क्रमोन्नति, पदोन्नति, पेंशन जैसी सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है।
सेवा के इतने वर्ष की गणना नहीं होने के कारण शिक्षक एलबी संवर्ग में निराशा और भविष्य को लेकर चिंतित है। अतः छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन आपसे विनम्र निवेदन करता है कि उपरोक्त मांगों को सहानुभूति पूर्वक निर्णय लेते हुए शिक्षक एलबी संवर्ग की सेवा की गणना प्रथम नियुक्ति तिथि से करते हुए क्रमोन्नति, पदोन्नति, पेंशन अन्य लाभ प्रदान करने की कृपा करेंगे।
पेंशनरों को महंगाई भत्ता देने की मांग
कमल वर्मा ने अपने दूसरे पत्र में मुख्यमंत्री से प्रदेश के पेंशनरों को दीपावली पूर्व 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता स्वीकृत करने हेतु आवश्यक निर्देश देने का आग्रह किया है।
श्रम निधि सम्मान राशि को लेकर भी पत्र
फेडरेशन की तरफ से श्रम निधि सम्मान राशि को लेकर भी सीएम को एक पत्र लिखा है। इस तीसरे पत्र में कमल वर्मा ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी एवं अनियमित कर्मचारियों को श्रम निधि सम्मान की राशि नहीं मिलने से अल्प वेतनभोगी कर्मचारियों को गंभीर आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा श्रम निधि सम्मान के लिए बजट प्रावधान करने के बाद भी कई विभाग के अधिकारी आदेश का पालन नहीं कर रहे है। जिसके कारण कर्मचारियों में अनावश्यक आक्रोश व्याप्त है। दिवाली देश का प्रमुख त्यौहार है। हर परिवार को इस महापर्व को धूमधाम से मनाने के लिए अतिरिक्त वित्तीय संसाधन की आवश्यक्ता पड़ती है। ऐसी दशा में कर्मचारियों को उनके वाजिब हक से वंचित किया जाना उचित नहीं है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व सरकार ने विधिवत लिखित आदेश जारी कर 4000 रु प्रतिवाह श्रम सम्मान निधि देने के निर्देश जारी किए थे। इन निर्देशों में स्पष्ट हवाला था कि जिन दैनिक वेतनभोगियों को नियमित पद के विरुद्ध रखा है उन्हें तो श्रम सम्मान निधि देना ही है, परंतु जिन्हें नियमित पद ना होने पर भी आवश्यकता के कारण रखा गया है उनको भी परीक्षण कर श्रम सम्मान निधि देना है। इसके बावजूद भी कई विभागों ने वित्त विभाग से परामर्श के नाम पर विगत 14 से अधिक माह से भुगतान नहीं किया जा रहा है । दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को श्रम निधि सम्मान की राशि का भुगतान दिवाली पूर्व करने हेतु समस्त विभाग को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने का कष्ट करेंगे ।