छत्तीसगढ़ में झमाझम बारिश की चेतावनी: आने वाले 72 घंटो के दौरान इन जिलों में होगी जोरदार बारिश, मौसम विभाव ने ऑरेंज-येलो अलर्ट किया जारी
रायपुर। प्रदेश में पिछले तीन दिनों से रुक-रुककर बारिश हो रही है। शुक्रवार से बारिश शुरू हुई और सोमवार को भी प्रदेश भर में जमकर पानी बरस रहा है। मौसम वैज्ञानिक का मानना है कि अभी आने वाले तीन दिनों तक इसी तरह का हाल रहने वाला है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी किया है।
आज सुबह साढ़े 8 बजे से 27 जून की सुबह साढ़े 8 बजे तक बारिश ऑलर्ट
26 से 27 जून सुबह साढ़े 8 बजे तक जिन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है उनमें बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली, दुर्ग, बेमेतरा और कबीरधाम सहित कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ भारी बारिश हो सकती है। रायगढ़ में भी झमाझम बारिश का अनुमान है।
अगले 24 घंटो के दौरान कोरिया, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, महासमुंद, बालोद, राजनांदगांव, बीजापुर सहित कुछ इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भी बारिश देखने को मिलेगी।
27 जून की सुबह साढ़े आठ से 28 जून की सुबह साढ़े आठ बजे तक (24 घंटो के लिए) बारिश ऑलर्ट
मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए ऑरेंज ऑलर्ट जारी किया है, उनमें बिलासपुर, पेंड्रा, मुंगेली, राजनांदगांव और कबीरधाम शामिल है। इन इलाकों में भीषण बारिश हो सकती है।
वहीं, कांकेर सहित कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। इन इलाकों में गरज चमक के साथ जोरदार बारिश हो सकती है।
कलर से पहचाने अलर्ट
येलो अलर्ट: मौसम विभाग जब येलो अलर्ट को जारी करता है तो समझ लीजिए यह खतरे की पहली घंटी है। अब आपको सचेत रहने की ज़रूरत है। मौसम पर लगातार नज़र बनाए रखें और साथ ही कुछ सावधानियां बनाए रखें। येलो अलर्ट जारी करने का मतलब लोगों को सतर्क बनाए रखना है।
ऑरेंज अलर्ट: मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है। जिससे जान और माल की क्षति हो सकती है। ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। इस अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है। ऐसे में चक्रवात में हवा की स्पीड लगभग 65 से 75 किमी. प्रति घंटा होती है. साथ ही 15 से 33 मिमी. की बारिश होने की भी आशंका बनी रहती है।
रेड अलर्ट: जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है जैसे तेज बारिश के साथ हवा की रफ़्तार 130 किमी. प्रति घंटा (केवल यही एक पैमाना नहीं) से अधिक तो मौसम विभाग की ओर से तूफ़ान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है और प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है। रेड अलर्ट का मतलब होता है खतरनाक स्थिति। मौसम विभाग का कहना है कि जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है।