छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी: मौसम विभाग ने कहा, बहुत जरूरी हो तभी निकले घर से, पांच जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी...
रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश के कई जिलों में मानसून की झमाझम बारिश हो रही है। गरज-चमक के साथ बारिश ने मौसम सुहाना कर दिया है। रायपुर में सुबह से उमस वाली गर्मी से भी लोगों को काफी हद तक राहत मिली है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटो के लिए गरियाबंद, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
वहीं, रायपुर, महासमुंद, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, जशपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, कबीरधाम, बेमेतरा, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, धमतरी, कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर के लिए येलो अलर्ट जारी करते हुए भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि अगर जरूरत हो तभी घर से निकले और बाहर जाने के दौरान पूरी सावधानी जरूर बरतें।
रायपुर मौसम विभाग ने बताया कि औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब जैसलमेर, शिवपुरी, रांची, दीघ से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की पूर्व मध्य खाड़ी तक स्थित है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और औसत समुद्र तल से 7.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है।
एक चक्रवाती परिसंचरण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और निकटवर्ती उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर स्थित है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण पश्चिम की ओर झुकते हुए औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिम और निकटवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है तथा अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक चिह्नित होने तथा दक्षिण ओडिशा और उतरी आध प्रदेश तट से होते हुए पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। पूर्व-पश्चिम ट्रक अब दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण से लेकर बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और उससे सटे उत्तर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश झारखंड, उत्तरी ओडिशा में चक्रवात परिसंचरण तक स्थित है और औसत समुद्र तल से 31 किसी ऊपर तक फैली हुई है।
कलर से समझे चेतावनी सिस्टम के बारे में
यलो अलर्ट-सचेत रहेंमौसम के अनुसार इस अलर्ट या चेतावनी का मतलब होता है कि आप अपने इलाके या रूटीन को लेकर सचेत रहें। कुछ सावधानियां बरतें। यलो अलर्ट जारी करने का मकसद वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है। इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए आपको जगह और अपने मूवमेंट को लेकर सावधान रहना चाहिए।
ऑरेंज अलर्ट-तैयार रहेंमौसम विभाग जब ऑरेंज अलर्ट जारी करता है, तो इसका मतलब होता है कि मौसम की मांग है कि अब आप और खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं। जब मौसम इस तरह की करवट लेता है, जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है, तब ये अलर्ट जारी किया जाता है। खराब मौसम के लिए आपको अपनी यात्राओं, कामकाज या स्कूली बच्चों के लिए आवागमन के बारे में तैयारी रखने की ज़रूरत होती है।
रेड अलर्ट-एक्शन का वक्तहालांकि बेहद गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है, इसलिए यह कम ही होता है। फिर भी, रेड अलर्ट का मतलब होता है कि जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है। अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के ज़ोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है। मौसम के मुताबिक सुरक्षा के इंतज़ाम किए जाते हैं, जैसे गर्मी के मौसम में अगर रेड अलर्ट जारी हो तो आपको घर से बाहर नहीं निकलने और ज़रूरी इंतज़ाम करने की हिदायत होती है। इसी तरह, बारिश के मौसम में अगर ये अलर्ट जारी हो तो इसका साफ संकेत होता है बाढ़, तूफान या नुकसानदेह बारिश की चेतावनी है इसलिए ज़रूरी इंतज़ाम करें।रेड अलर्ट के समय सामान्य जनजीवन के लिए खतरे को भांपते हुए अक्सर पब्लिक ट्रांसपोर्ट, स्कूल संचालन जैसे नियमित कामकाज बंद किए जा सकते हैं।
मौसम की एजेंसी स्काई मेट वेदर के मुताबिक, देश में अगले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, मराठवाड़ा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, केरल, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, सब-हिमालयी पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, रायलसीमा, दक्षिण-पूर्व गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तरी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।