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छत्तीसगढ़ में बुलडोजर: यूपी, एमपी स्टाइल में पहली बार आरोपी पर ऐसी कार्रवाई, हत्या की सुपारी देने वाले कांग्रेस नेता का होटल जमींदोज

छत्तीसगढ़ में बुलडोजर: यूपी, एमपी स्टाइल में पहली बार आरोपी पर ऐसी कार्रवाई, हत्या की सुपारी देने वाले कांग्रेस नेता का होटल जमींदोज
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By Sandeep Kumar

कांकेर। भाजपा नेता असीम राय की हत्या की सुपारी देने वाले मुख्य आरोपी कांग्रेस पार्षद विकास पाल का होटल तोड़ दिया गया है। यह भवन अतिक्रमण पर बना था। जिसे तोड़ने के लिए नगर पंचायत ने पूर्व में नोटिस जारी किया हुआ था। जिसके लिए विकास पाल असीम राय को जिम्मेदार मानता था और उनकी हत्या के लिए सुपारी दी थी। मामले में पार्षद विकास पाल समेत 13 जेल में है।

भाजपा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष असीम राय की हत्या कर दी गई थी। असीम राय ने नगर पंचायत के तत्कालीन अध्यक्ष बप्पा गांगुली के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया था। विकास को डर था कि अविश्वास प्रस्ताव पास होते ही अतिक्रमण कर बनाए गए उसके लाज और होटल पर कार्रवाई हो सकती है। इसके चलते विकास पाल ने साथियों के साथ मिलकर वसीम नायक की हत्या की सुपारी दी थी।

पार्षद विकास पाल नगर पंचायत के बिना अनुज्ञा व अनुमति के लाज और होटल का संचालन कर रहा था। इस जमीन का पट्टा भी उसके पास नहीं था। और रूप से बने इस होटल को नगर पंचायत व जिला प्रशासन की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में डहा दिया। यह कार्यवाही सुबह से लेकर देर शाम तक चली। भारी पुलिस की मौजूदगी के बीच तीन बुलडोजर कार्यवाही के लिए पहुंची थी। दोनों से मार्ग को बंद कर सामान हटाने का काम दोपहर 1:00 बजे तक चला। इसके बाद शाम तक तोड़फोड़ की कार्रवाई चली।

यह था पूरा मामला

7 जनवरी 2024 को पखांजूर के भाजपा नेता व पूर्व में नगर पंचायत अध्यक्ष रहे असीम राय की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।। हत्या की खबर जैसे ही फैली पूरा पखांजूर मार्केट बंद हो गया और पूरे राज्य में हलचल मच गई। पखांजूर के व्यापारियों ने हत्याकांड के विरोध में अपना विरोध दर्ज करवाया। वहीं घटना की सूचना मिलते ही एसपी दिव्यांग पटेल व एडिशनल एसपी अविनाश ठाकुर, पखांजूर एडिशनल एसपी प्रशांत शुक्ला और खोमन सिन्हा कर साथ टीआई पखांजूर मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। हाई प्रोफाइल मर्डर केस होने के चलते आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी हेतु आईजी बस्तर सुंदर राज पी के द्वारा एसपी दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी द्वारा आरोपियों की पहचान हेतु पूरे पखांजूर में सीसीटीवी का अवलोकन किया गया और अवलोकन में जानकारी मिली की पल्सर बाइक में दो आरोपियों ने असीम राय का उनके कॉम्प्लेक्स परिसर से घर जाने के दौरान पीछा किया और बाइक चलाते हुए पीछे बैठे आरोपी ने उन्हें शूट कर दिया। गोली चलाने के बाद शूटर पीव्ही 32 चौक से डोटोमेटा की तरफ भागे। गोली चलाने वाले शूटर की पहचान पीव्ही 82 निवासी विकास तालुकदार के रूप में हुई। मुखबिर के माध्यम से पता चला कि विकास तालुकदार अक्सर पीव्ही 125 निवासी नीलरतन मंडल के साथ घूमते फिरते देखा गया है। नीलरतन मंडल को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर पूरे मामले का खुलासा हो गया।

नील रतन मंडल से पूछताछ को उसने बताया कि पखांजूर निवासी मंडल मेडिकल के प्रोपराइटर सोमेंद्र मंडल, पीवी 28 निवासी सर्वजीत ऊर्फ सुरजीत एवं पीवी 36 निवासी रिपन तीनों ने उससे मुलाकात कर बोला कि पंखाजुर के कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली, विकास पाल और जितेंद्र बैरागी असीम राय की हत्या करवाना चाहते है। नीलरतन ने असीम राय की हत्या के लिए अपने मौसेरे भाई शार्प शूटर विकास तालुकदार और जयंत विश्वास की मुलाकात सोमेंद्र से करवाई और असीम राय की हत्या के लिए नीलरतन मंडल, विकास तालुकदार और जयंत विश्वास ने 7 लाख रुपए में सुपारी ली।।

सोमेंद्र मंडल को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने असीम राय की हत्या के षड्यंत्र में शामिल होना कबूल किया और बताया कि 3 दिसंबर 2024 को सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस के नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और उनकी कुर्सी खतरे में थी। इसी प्रकार विकास पाल पार्षद को इस बात का डर था कि उसका पखांजूर इन होटल का अवैध निर्माण भी तोड़ा जाएगा। दोनों इस बात के लिए असीम राय को जिम्मेदार मानते थे। पीवी 28 निवासी जितेंद्र बैरागी की भी असीम राय से पुरानी दुश्मनी थी। जिसके कारण बप्पा गांगुली, विकास पाल,जितेंद्र बैरागी ने एक राय होकर सुमन मंडल को वसीम भाई की हत्या करवाने की जिम्मेदारी दी।

हत्या के लिए रकम की व्यवस्था बप्पा गांगुली एवं विकास पाल ने किया। जितेंद्र बैरागी को असीम राय की रेकी करने के लिए जिम्मेदारी दी गई। जितेंद्र बैरागी ने अपने साथी तपन मंडल और समीत मांझी के साथ मिलकर असीम राय की रेकी की। बप्पा गांगुली एवं विकास पाल ने सोमेंद्र मंडल के माध्यम से 7 लाख रुपए नीलरतन को भेजा। जिसमें से एक लाख रुपए में पिस्टल खरीदा गया। इसके बाद विकास तालुकदार ने अपने साथी गोपीदास के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। हत्या के वक्त गोपीदास बाइक चला रहा था और विकास ने पीछे बैठ कर शूट किया था। घटना के सारे आरोपी पूर्व में गिरफ्तार हो चुके थे केवल विकास तालुकदार ही फरार था।

फरार शूटर विकास तालुकदार को कांकेर पुलिस ने चंद्रपुर महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त 7.65 एमएम पिस्टल, दो मैग्जीन, 8 नग राउंड आरोपी गोपीदास के घर के पैरावट से बरामद किया गया। उसे हथियार सप्लाई करने वाले सोनू साहू को भी दंतेवाड़ा से गिरफ्तार किया गया। उसके पास अवैध रूप से गिरफ्तारी करने हेतु रखे गए दो नग मैग्जीन, 2 नग पिस्टल और 30 राउंड को भी बरामद किया गया।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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