Chhattisgarh Legislative Assembly: राज्य सेवा के भ्रष्ट अफसरों पर सवाल: कौशिक ने सदन में उठाया मुद्दा, सीएम बोले- कोई भी बख्शा नहीं जाएगा
Chhattisgarh Legislative Assembly: राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों के भ्रष्टाचार का मुद्दा आज सदन में उठा। बीजेपी विधायक धरमलाल कौशिक ने प्रश्नकाल के दौरान इस पर सवाल किया। उन्होंने अभियोजन की स्वीकृति को लेकर सीएम से प्रश्न किया तो विष्णुदेव ने कहा- कोई भी बख्शा नहीं जाएगा।

Chhattisgarh Legislative Assembly: रायपुर। राज्य प्रशासनिक सेवा के प्रदेश में 255 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 251 पद भरे हुए और चार पद रिक्त है। यह जानकारी विधानसभा में आज सीएम विष्णुदेव साय ने धरमलाल कौशिक के एक प्रश्न के उत्तर में दी। कौशिका ने राज्य सेवा के अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर प्रश्न किया था। इस दौरान उन्होंने अभियोजन की स्वीकृति में देर पर सवाल किया। इस पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार जीरो टालरेंस की नीति पर काम कर रही है कोई भी भ्रष्टाचारी बख्शा नहीं जाएगा।
इस प्रश्न के उत्तर में बताया गया है कि राज्य सेवा के चार अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच की प्रक्रिया चल रही है। सीजी पीएससी की तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, निलंबित उप सचिव सौम्या चौरसिया, पापुनि के तत्कालीन महाप्रबंधक प्रेम प्रकाश शर्मा और अभनपुर के तत्कालीन एसडीओ निर्भय कुमार शामिल हैं।
विभाग की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया है कि वासनिक को 30 नवंबर 2024 को आरोप पत्र जारी किया गया। चौरसिया को 12 दिसंबर 2024 को आरोप पत्र जारी किया गया। इसी तरह शर्मा को 19 सितंबर को निलंबित किया गया और 16 दिसंबर 2024 को आरोप पत्र जारी किया गया। वहीं, निर्भय कुमार को 6 फरवरी 2024 को आरोप पत्र जारी किया गया है।
छह के खिलाफ ईओडब्ल्यू-एसीबी में चल रहा है मामला
इस प्रश्न के उत्तर में सीएम ने बताया कि राज्य के छह अफसरों के खिलाफ ईओडब्ल्यू-एसीबी में भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं। इनमें सौम्या चौरसिया, भरोसा राम ठाकुर, टेकराम महेश्वरी, शिव बनर्जी, ज्योति बबली बैरागी और नारायण प्रसाद गबेल शामिल हैं।