Chhattisgarh Good Governance: सरकार चलाने की पाठशालाः मंत्रियों को IIM में ट्रेनिंग देने वाला छत्तीसगढ़ बना देश का पहला राज्य, कड़े अनुशासन के बीच स्टूडेंट्स की तरह क्लास अटेंड कर रहे मंत्री
Chhattisgarh Good Governance: सुशासन की दिशा में बड़ी पहल करते हुए छत्तीसगढ़ सरकार अपने मंत्रियों को सुशासन और सरकार चलाने की ट्रेनिंग के लिए मंत्रियों की पाठशाला आयोजित करा रही है। रायपुर के आईआईएम में आज सुबह मंत्रियों की क्लास प्रारंभ हो गई। इस मौके पर नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमणियम ने स्केल, स्पीड और इनोवेशन का दिया मंत्र
Chhattisgarh Good Governance: रायपुर। आईआईएम में दो दिन की मंत्रियों की ट्रेनिंग को हालांकि, छत्तीसगढ़ सरकार ने चिंतन शिविर नाम दिया है। मगर मंत्रियों की क्लास मूलतः गुड गवर्नेंस पर फोकस है। उसी के अनुरुप क्लास का सिलेबस तैयार किया गया है। सिलेबस याने पाठशाला का प्रारुप। गुड गर्वनेंस, गुड डेवलपमेंट, गुड इनोवेशन पर दो दिन का मंत्रियों की पाठशाला केंद्रित है। इसमें मंत्रियों को पढ़ाने के लिए नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमणियम समेत देश भर से विषय विशेषज्ञ आईआईएम पहुंचे हैं।
कड़ा टाईम टेबल, तगड़ा अनुशासन
आईआईएम भारत सरकार का शीर्ष मैनेमेंट इंस्टिट्यूट है। इसमें मंत्रियों के लिए उसी तरह टाईम टेबल बनाया गया है, जैसा मैनेजमेंट के विद्यार्थियों या रिसर्च स्कलर के लिए आयोजित वर्कशॉपों में होता है। मंत्री हैं, इसलिए अलग ट्रिटमेंट नहीं। बिल्कुल टाईम से क्लास। बीच में दस मिनट का टी ब्रेक तो बिल्कुल 10 मिनट का ही। लंच भी एकदम टाईम से। कल सुबह साढ़े छह बजे योगा की क्लास होगी। सभी मंत्रियों को पहले से कह दिया गया है कि टाईम से पहुंचना है...टाईम में लापरवाही बिल्कुल नहीं। आईआईएम में अनुशासन इतना कड़ा है कि मंत्री नौ बजे से शेड्यूल के अनुसार तन्मयता से क्लास अटेंड कर रहे हैं। सरकार द्वारा फोटो जारी किए गए हैं, उसमें आपने देखा ही, सभी मंत्री गले में परिचय पत्र लटकाए हुए आदर्श विद्यार्थी के लुक में नजर आ रहे।
जानिये आज उद्घाटन सत्र में नीति आयोग के सीईओ ने क्या कहा...
सुब्रमण्यम ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्केल, स्पीड और इनोवेशन पर जोर देते हैं। बदलते अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य और समय को देखते हुए विकसित भारत का विजन तैयार किया गया है ताकि भारत अपनी विशिष्ट जगह बना सकें। उन्होंने कहा कि अब दुनिया की निगाहें ग्लोबल साउथ पर हैं। अब नजरिया पश्चिम से पूर्व की ओर देखने का है और भारत इन संभावनाओं को पूरा करने के लिए सक्षम है। भारत की जनांकिकी, भारत की रणनीतिक स्थिति और भारत में तेजी से हुए सुधारों से इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए भारत तैयार है। चाहे डिजिटल इकानामी हो, अथवा कर संबंधी सुधार हो। नवाचार को बढ़ावा देना हो, भारत इसमें अग्रणी रहा है और आने वाले समय में इन्हें तेजी से बढ़ाना है। विकसित भारत सबके लिए समृद्धि लेकर आये, इसके लिए कार्य करना है। क्लाइमेट चेंज जैसी समस्याओं को देखते हुए ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देते हुए सतत विकास की दिशा में काम करना है। उन्होंने कहा कि जब हम विजन लेकर चलते हैं तो स्वाभाविक रूप से हमें एक गाइड मैप मिल जाता है और इसके अनुरूप हम बढ़ते जाते हैं। सुब्रमण्यम ने कहा कि विकसित भारत का संकल्प पूरा करने में छत्तीसगढ़ की अहम भागीदारी होगी। छत्तीसगढ़ में विकसित राज्य बनने के लिए और तीव्र विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं और इस दिशा में आगे बढ़कर छत्तीसगढ़ अपने विकास के साथ ही विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।