Chhattisgarh Assembly Elections 2023: BJP प्रत्याशियों की दूसरी सूची आज: मोदी की अध्यक्षता में होगी चुनाव समिति की बैठक, छत्तीसगढ़ के नेता पहुंचे दिल्ली
Chhattisgarh Assembly Elections 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा अपने प्रत्याशियों की एक सूची जारी कर चुकी है। बाकी बची सीटों पर नाम फाइनल करने की कवायद चल रही है।
Chhattisgarh Assembly Elections 2023: रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा प्रत्याशियों की दूसरी सूची को अंतिम रूप देने रविवार की शाम को पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इस बैठक में 25-30 नामों पर मुहर लग सकती है। बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व सीएम डॉ। रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी के अलावा प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल आदि भी मौजूद रहेंगे। शनिवार को बिलासपुर में हुई सभा के बाद जैसे ही पीएम मोदी दिल्ली के लिए रवाना हुए, उसके कुछ देर बाद छत्तीसगढ़ के नेता भी दिल्ली के लिए निकल गए थे।
बता दें कि भाजपा ने दो दिशाओं से परिवर्तन यात्रा शुरू की थी। एक यात्रा दंतेवाड़ा और दूसरी जशपुर से शुरू हुई थी। इसका समापन बिलासपुर में पीएम नरेंद्र मोदी की सभा के साथ हुआ। इन यात्राओं में भीड़ जुटाना बड़ी चुनौती थी। पार्टी को इस बात का संशय था कि टिकट घोषित होने की स्थिति में भीड़ नहीं जुटेगी, इसलिए टाल दिया गया था, जबकि मध्य प्रदेश में दूसरी लिस्ट आ गई है।
अंतिम चर्चा और नाम तय करेंगे
भाजपा ने पहली सूची में उन सीटों पर केंद्रित किया था, जहां भाजपा कभी नहीं जीती या लगातार हार रही है। ऐसी 21 सीटों के नाम घोषित कर दिए गए थे। अगली सूची में कभी हार और कभी जीत वाली सीटों के नाम घोषित होने की बातें आ रही है। ऐसी 25-30 सीटों पर नाम घोषित कर दिए जाएंगे। लगभग सभी सीटों पर नाम तय हो चुके हैं। इन पर अंतिम चर्चा होगी और नाम पर मुहर लगाई जाएगी।
हाई प्रोफाइल सीटें अंतिम सूची में
हाई प्रोफाइल सीटों पर अंत में फैसला किया जाएगा। खासकर पूर्व मंत्रियों वाली और ऐसी सीटें जहां बड़े नाम दावेदारों में हैं। यहां पार्टी टिकट बदलने पर विचार कर रही है, लेकिन पुराने नेताओं को नजरंदाज नहीं किया जाएगा। जैसे रायपुर पश्चिम और बिलासपुर जैसी सीटें ऐसी हैं, जहां बदलाव की भी बातें आती हैं, लेकिन दोनों पूर्व मंत्री पहले दावेदार हैं। पार्टी दोनों की इच्छा को पहले सुनेगी, फिर फैसला लेगी, इसलिए ऐसी सीटें लास्ट में आएंगी।