NPG ब्यूरो
कवर्धा। कच्ची शराब जब्त कर वापस लौट रहे पुलिस व आबकारी की टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। हमलावरों में ग्रामीणों के साथ महिला व बच्चे भी शामिल थे,जिन्होंने अमले की गाड़ियां भी तोड़ दी। हमले में लगभग 13 सरकारी कर्मी घायल हो गए हैं, जिन्होंने जंगल मे भाग कर अपनी जान बचाई। मामला सिंघनपुरी थाना क्षेत्र की है।
मिली जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित थाना सिंघनपुरी अंतर्गत भेंड्रा नवागांव में नए साल के लिए केरपानी नदी के किनारे अवैध कच्ची शराब बनाने की सूचना आबकारी विभाग को मिली थी। यहां पूर्व में भी अवैध शराब पर कार्यवाही की जा चुकी थी। लिहाजा आबकारी की टीम कार्यवाही के लिए वहां रवाना हो गयी। टीम में आबकारी उपनिरीक्षक योगेश सोनी व अन्य 11 आबकारी के आरक्षक थे। चूंकि नक्सल प्रभावित गांव है इसलिए सिंघनपुरी थाना से एक प्रधान आरक्षक व सीएएफ़ के 4 जवान भी टीम के साथ गए हुए थे। टीम भेंड्रा नवागांव में केरपानी नदी के किनारे पहुँची तब वहां कोई भी नही था,पर हंडियो में शराब बन रहा था और ड्रम में भी रखा था। टीम ने 100 लीटर के करीब महुआ शराब व एक हजार किलो महुआ लहान जब्त कर लिया और लौटने लगी।
टीम के लौटने के दौरान ग्रामीणों के साथ ही गांव की महिलाएं व बच्चे लाठी व डंडे से लैस होकर पहुँचे और आबकारी व पुलिस अमले पर हमला बोल दिया और उन्हें लाठी डंडों से जमकर पीटा। घटना में टीम के कई सदस्य लहूलूहान हो गए और किसी तरह जंगल अंदर भाग कर अपनी जान बचाई। ग्रामीणों ने सरकारी अमले की गाड़ियां भी तोड़ दी और जब्त शराब भी लूट ली। घटना सुबह 11 बजे की है। सूचना मिलने पर एसपी डॉक्टर लाल उमेंद सिंह फोर्स लेकर गांव पहुँच गए। और हमलावरों को चिन्हित कर कार्यवाही शुरू करवाई। मामलें में अब तक 20 लोगो पर एफआईआर दर्ज की गई है।
हमले में आबकारी विभाग के इम्तियाज खान,जगदीश सिंह उइके,छोटेलाल आर्मो,विद्या सिंह परमार, लोकनाथ, नगर सैनिक राजेन्द्र धुर्वे,शेखर धुर्वे, भुवनेश्वरी धुर्वे,लोकनाथ परमार व वाहन चालक अनिल लहरे व राजेश कौशिक शामिल हैं। जिन्हें जिला अस्प्ताल में भर्ती करवाया गया है। इनके कई के सिर में गम्भीर चोट आई है।