Chandrayaan-3 : चंद्रयान-2 ऑर्बिटर और चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल के बीच हुआ संपर्क
चेन्नई, 23 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने चंद्रमा लैंडर के साथ एक कम्युनिकेशन लिंक स्थापित कर लिया है। 'विक्रम' लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतर चुका है।
Chandrayaan-3 : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने चंद्रमा लैंडर के साथ एक कम्युनिकेशन लिंक स्थापित कर लिया है। 'विक्रम' लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतर चुका है। दरअसल, चंद्रयान-3 मिशन का हिस्सा भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो का लैंडर बुधवार की शाम तय समय के अनुसार चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित रूप से उतर गया। इसरो ने कहा, "चंद्रयान-3 लैंडर और मॉक्स-आईएसटीआरएसी, बेंगलुरु के बीच कम्युनिकेशन लिंक स्थापित हो गया है।"
चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान में एक प्रोपल्शन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है। चंद्रयान-3 प्रोपल्शन मॉड्यूल के लिए प्राइमरी कम्युनिकेशन चैनल इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) बेंगलुरु में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स होगा, जो लैंडर और रोवर से बात करेगा।
इससे पहले इसरो ने कहा था कि चंद्रयान-3 के लैंडर ने चंद्रयान-2 मिशन के ऑर्बिटर के साथ संचार संपर्क स्थापित किया है, जो 2019 से चंद्रमा का चक्कर लगा रहा है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स के पास अब लैंडर के साथ कम्युनिकेशन के लिए ज्यादा रूट्स हैं। दूसरे शब्दों में समझें तो चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर मौजूदा लैंडर के साथ इसरो के लिए बैकअप कम्युनिकेशन पैनल होगा।