Chandra Grahan: आज रात लगेगा साल का आखिरी चंद्र ग्रहण, कितने बजे लगेगा, और सूतक काल में क्या न करें...
Chandra Grahan। आज साल 2023 का आखिरी आंशिक चंद्रग्रहण शनिवार की रात से लगने वाला है। इस दौरान सूतक काल भी रहेगा है। चंद्र ग्रहण के दौरान लगने वाले सूतक के समय में क्या करें और क्या न करें...पढ़ें नीचे
ग्रहण भारत में दिखाई देगा इस कारण से सूतक काल मान्य होगा। शाम 4 बजे से सूतक जारी है। आज लगने वाला चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर 31 मिनट पर शुरू हो जाएगा और इसका समापन देर रात 3 बजकर 56 मिनट पर होगा। इस ग्रहण की गहरी छाया 29 अक्टूबर की रात 1 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी, जिसका समय एक घंटा 19 मिनट होगा।
आंशिक चंद्र ग्रहण में चंद्रमा के केवल एक हिस्से पर ही छाया पड़ती है। पूर्ण चंद्रग्रहण में संपूर्ण चंद्रमा पर छाया पड़ती है। वहीं, उपछाया चंद्र ग्रहण में चंद्रमा पृथ्वी की छाया की उपछाया से होकर गुजरता है, जो कम अंधेरा वाला क्षेत्र होता है।
दौरान क्या करें
चंद्र ग्रहण के दिन शरद पूर्णिमा का संयोग बन रहा है इसलिए इस दिन घर के मुख्य द्वार पर दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। मंत्र जाप करें या ध्यान करें। धार्मिक ग्रंथ पढ़ें। योग या प्राणायाम जैसी आध्यात्मिक गतिविधियों में संलग्न रहें।
जरूरतमंदों को दान दें। जरूरतमंदों की मदद करें। परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं। ग्रहण काल में भी तुलसी का प्रयोग करना सबसे शुभ माना जाता है। ज्योतिषियों की मानें तो, ग्रहण लगने से पहले खाने पीने की चीजों में तुलसी डाल देनी चाहिए। इससे ग्रहण का खाने पीने की चीजों पर दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है और उसे बाद में खाया जा सकता है।
क्या न करें
ग्रहण के दौरान किसी भी भोजन या पेय पदार्थ का सेवन न करें। चंद्र ग्रहण लगने से पहले सूतक काल में मंदिर के कपाट बंद कर दें।
सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए। तेल मालिश, पानी पीना, दांत साफ करना और बालों में कंघी करने से बचना चाहिए।
नए उद्यम या परियोजना शुरू न करें। भारतीय मौसम विभाग ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आसमान देखने वालों और उत्साही लोगों के लिए: वर्ष की खगोलीय घटना के लिए तैयार हो जाइए! 28-29 अक्टूबर को आंशिक चंद्रग्रहण होगा।
उसने आगे कहा, "जैसे ही पृथ्वी घूमते हुये सूर्य और चंद्रमा के बीच आयेगी, खगोल विज्ञान की सुंदरता को साकार होते देखें!"
आंशिक चंद्रग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा का सिर्फ एक हिस्सा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है।
आंशिक ग्रहण में चंद्रमा के पृथ्वी की ओर वाले हिस्से पर पृथ्वी की छाया बहुत गहरी दिखाई देती है। आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान लोग पृथ्वी से क्या देखते हैं यह इस बात पर निर्भर करता है कि सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में कैसे हैं।
भारत के विभिन्न हिस्सों के अलावा, ग्रहण यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, उत्तर/पूर्व दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा।
इस साल पहला चंद्रग्रहण 5 मई को लगा था। ठीक दो सप्ताह पहले 14 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण भी लगा था।
भारत में दिखाई देने वाला अंतिम पूर्ण चंद्रग्रहण 8 नवंबर 2022 को था जबकि अगला पूर्ण चंद्रग्रहण 7 सितंबर 2025 को लगेगा।