रायगढ़। लैलूंगा में 17 मई को हुई बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने एक महिला और दो युवक को गिरफ्तार किया है। तीनों ने परिवारिक रंजिश के चलते घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने घटना के 24 घंटे के अंदर ही तीनों को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों के कब्जे से वाहन और देशी रिवाल्वर व बंदूक को जब्त कर लिया है।
दरअसल, 17-18 मई के रात करीब 2:30 बजे लैलूंगा पुलिस को ग्राम दियागढ़ में गोली चलने की जानकारी मिली थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। जांच के दौरान मृतिका दुरपति यादव (55 वर्ष) के बेटे हरिराम यादव ने बताया कि उसके घर के ठीक सामने रहने वाले गोपाल यादव के साथ उनकी पुरानी पारिवारिक रंजिश चली आ रही है। गोपाल यादव हत्या के मामले में फरार है और जिसे घटना वाली रात को गांव में देखा गया था। घटना वाले दिन भी पल्सर मोटरसाइकिल पर गोपाल यादव और उसका भतीजा केशव यादव भागते हुए दिखाई दिए थे। इस सूचना के बाद एसएसपी सदानंद कुमार एक विशेष टीम बनाकर जांच करने के निर्देश दिए। आरोपियों का लोकेशन उड़ीसा मिलने पर पुलिस की टीम ने आरोपी गोपाल यादव को सांरगीझरिया, थाना हिमगिर से हिरासत में लिया और रायगढ़ लाया गया।
आरोपी गोपाल यादव ने बताया कि भतीजे केशव यादव के साथ घटना को अंजाम दिया था। घटना में एक महिला ओड़ीसा निवासी लक्ष्मी यादव के भी शामिल होने की बात कही। पुलिस ने लक्ष्मी यादव को गेरवानी में दबिश देकर हिरासत में लिया।
अपराध का खुलासा
आरोपियों ने बताया कि मृतिका दुरपति यादव का पुत्र हरिराम यादव ने वर्ष 2007 में आरोपी गोपाल यादव की चचेरी बहन से भागकर शादी की थी। तब से दोनों परिवारों के बीच में आपसी रंजिश थी। गोपाल ने बताया कि मृतिका के पुत्र हरिराम ने उसे वर्ष 2017 में झूठे गांजे के केस में फंसाया था और हरिराम के द्वारा ही गोपाल के बड़े भाई मिनकेतन यादव की ग्राम मुडागांव में मारपीट में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में हरिराम यादव सजा काट चुका है।
इधर आरोपिया लक्ष्मी यादव ने बताया कि वह वर्तमान में अपनी मां के साथ गेरवानी में रहकर मजूदरी कर रही थी, उसका पूर्व में शेखर सिदार नाम के लड़के से प्रेम विवाह हुआ था । शेखर सिदार की हत्या कर दी गई थी। शेखर सिदार के मरने के बाद लक्ष्मी ने गोपाल यादव के एक दोस्त निरपो यादव निवासी सांरगीझरिया उड़ीसा से दूसरी शादी कर ली। आरोपियों का कहना है कि मृतिका दुरपति यादव के द्वारा लक्ष्मी के ससुराल उड़ीसा में उसका दुष्प्रचार और प्रतिदिन दुरपति बाई के गांव में छींटाकशी करती थी। इस बात से वो काफी दुखी थी। दुरपति से बदला लेने के लिए उसकी हत्या का षड्यंत्र रचा।
प्लान के अनुरूप लक्ष्मी यादव गोपाल से संपर्क की और हत्या की प्लानिंग तैयार की। गोपाल ने अपने भतीजे केशव यादव के साथ मिलकर भरमार बंदूक, देसी रिवाल्वर के साथ ग्राम दियागढ़ आए। रात में दूरपति घर के परछी में सो रही थी तभी गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई और फिर पल्सर मोटरसाइकिल में भाग गए। तीनों आरोपियों को 19 मई को थाना लैलूंगा के अपराध में गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। जहां महिला आरोपी लक्ष्मी यादव को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया तथा आरोपी गोपाल यादव और केशव से अन्य महत्वपूर्ण साक्ष्य की जब्ती के लिए पुलिस रिमांड लिया गया। जांच में गोपाल यादव के मोबाइल, सोशल मीडिया अकाउंट पर देशी रिवाल्वर के साथ फोटो देखे गए। आरोपी गोपाल यादव से पूछताछ कर देशी रिवाल्वर के संबंध में पता किया गया जो उसने ग्राम दियागढ़ में छिपाकर रखा था।
हत्यारों के संबंध में पूछताछ में आरोपी गोपाल यादव ने बताया कि भरमार बंदूक उसने बरबसपुर ओड़िसा के पास अपने एक परिचित के माध्यम से 3500 में खरीदा था और देशी रिवाल्वर को गढ़वा (झारखंड) जाकर खरीदा था। दोनों आरोपी केशव यादव और गोपाल यादव को आज न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है ।