बिलासपुर। बिलासपुर के तखतपुर विधानसभा में एक गांव का पंच अपने वार्ड में सड़क ना बनने से नाराज होकर ऊंचे मोबाइल टावर में चढ़ गया। और आत्महत्या करने की बात करने लगा। पंच का कहना है की संसदीय सचिव रश्मि सिंह ने गांव में सड़क बनवाने का वादा किया था। इसके लिए फंड भी पास हो गया था। बावजूद उसके आज तक सड़क नहीं बना है। जिसके लिए वह दोषी हैं। सड़क न बनने पर गांव के लोग उसे व सरपंच को दोषी समझ रहे है। घंटों हंगामे के बाद पुलिस ने उसे समझाइश देकर नीचे उतारा।
तखतपुर ब्लाक के देवरीखुर्द गांव के वार्ड क्रमांक 9 का पंच जयशंकर चौबे कल शुक्रवार को बेजा कब्जा हटाने की मांग को लेकर तखतपुर गया था। वापस लौट कर वह शाम पांच बजे गांव में लगे मोबाइल टावर की ऊंचाई में चढ़ गया। वह टावर की ऊंचाई से कूदकर आत्महत्या की बात करने लगा जिसके चलते वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई ग्रामीणों ने इसकी सूचना तखतपुर पुलिस को दी जिस पर तखतपुर थाना प्रभारी एसआर साहू मौके पर पहुंचे। उन्होंने युवक को समझाइश देकर नीचे उतरने की बात कही पर युवक अधिकारियों को बुलाने और तत्काल सड़क निर्माण शुरू करवाने की बात कहता रहा। युवक को जल्द ही काम शुरू करवाने का आश्वासन देकर किसी तरह टावर से नीचे उतारा गया। जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
नीचे उतारने के बाद पंच ने बताया कि गांव में विकास नहीं होने पर गांव वाले उसे और सरपंच को दोषी मानते हैं। बच्चे से लेकर बुजुर्ग उन्हें गाली देते है। जबकि सरपंच का भी कोई दोष नहीं है। जिसने यह सड़क पास करवाई है। और जिसके पास फंड है, दोष उसका है। इसके लिए मैं दोषी क्षेत्रीय विधायक को मानता हूं उनकी जवान है उनका वादा है फिर भी अब तक काम शुरू नहीं हुआ। पंच ने कहा कि मैं खुद भी कांग्रेसी हूं और हर साल कांग्रेस को ही वोट देता हूं पर अब ऐसे में हम कैसे वोट दें। हम लोग विधायक रश्मि सिंह मैडम से मिले थे, उन्होंने आठ लाख रुपए सड़क निर्माण के लिए पास किया था। इसके लिए मार्च में हमारे गांव में सेटअप भी लगा था, पर निर्माण कार्य पूरा किए बिना ही 2 दिन में सेटअप हटा लिया गया। गांव वाले हमें दोषी मानते हैं पर हमारे पास ऑप्शन नहीं है।