CG में बारिश की चेतावनी: छत्तीसगढ़ के छह जिलों के लिए जारी हुआ येलो अलर्ट, मुंगेली में होगी भारी बारिश...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से मानसून सक्रिय है। प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। राजधाई, दुर्ग,बिलासपुर, बस्तर और सरगुजा में झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाव ने अगले 24 घंटो के लिए चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने मुंगेली के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए गरज चमक के साथ वज्रपात और भारी बारिश की संभावना जताई है।
वहीं, कोरिया, सुरजपुर, बलरामपुर, सरगुजा, कोरबा, बिलासपुर के लिए येलो अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक, एक निम्न दाब का क्षेत्र दक्षिण पूर्व झारखंड और उसके आस पास के क्षेत्र के ऊपर स्थित है तथा इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। मानसून दोणिका जैसलमेर, कोटा टिकमगढ़, सौधी निम्न दाब के कैट और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है।
मौसम एजेंसी स्काई मेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा, विदर्भ, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, रायलसीमा, तमिलनाडु, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तटीय कर्नाटक और सौराष्ट्र और कच्छ में हल्की बारिश हो सकती है।
कलर से समझे चेतावनी सिस्टम के बारे में
यलो अलर्ट-सचेत रहेंमौसम के अनुसार इस अलर्ट या चेतावनी का मतलब होता है कि आप अपने इलाके या रूटीन को लेकर सचेत रहें। कुछ सावधानियां बरतें। यलो अलर्ट जारी करने का मकसद वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है। इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए आपको जगह और अपने मूवमेंट को लेकर सावधान रहना चाहिए।
ऑरेंज अलर्ट-तैयार रहें, मौसम विभाग जब ऑरेंज अलर्ट जारी करता है, तो इसका मतलब होता है कि मौसम की मांग है कि अब आप और खराब मौसम के लिए तैयार हो जाएं। जब मौसम इस तरह की करवट लेता है, जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है, तब ये अलर्ट जारी किया जाता है। खराब मौसम के लिए आपको अपनी यात्राओं, कामकाज या स्कूली बच्चों के लिए आवागमन के बारे में तैयारी रखने की ज़रूरत होती है।
रेड अलर्ट-एक्शन का वक्तहालांकि बेहद गंभीर स्थितियों में रेड अलर्ट जारी किया जाता है, इसलिए यह कम ही होता है। फिर भी, रेड अलर्ट का मतलब होता है कि जान माल की सुरक्षा का समय आ चुका है। अक्सर इस अलर्ट के बाद खतरे के ज़ोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जाता है। मौसम के मुताबिक सुरक्षा के इंतज़ाम किए जाते हैं, जैसे गर्मी के मौसम में अगर रेड अलर्ट जारी हो तो आपको घर से बाहर नहीं निकलने और ज़रूरी इंतज़ाम करने की हिदायत होती है। इसी तरह, बारिश के मौसम में अगर ये अलर्ट जारी हो तो इसका साफ संकेत होता है बाढ़, तूफान या नुकसानदेह बारिश की चेतावनी है इसलिए ज़रूरी इंतज़ाम करें।रेड अलर्ट के समय सामान्य जनजीवन के लिए खतरे को भांपते हुए अक्सर पब्लिक ट्रांसपोर्ट, स्कूल संचालन जैसे नियमित कामकाज बंद किए जा सकते हैं।