CG Dhamtari News: CG पुलिस की फास्ट जांच, कोर्ट का फास्ट फैसला: मासूम से दुष्कर्म केस में 5 दिनों में चालान, 22 दिनों में 20 साल की सजा...
धमतरी। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी को 20 साल की सजा सुनाई गई। आईजी आरिफ शेख के निर्देश पर पुलिस की फास्ट जांच के चलते मासूम से दुष्कर्म केस में 5 दिनों में चालान पेश कर 22 दिनों में 20 साल की सजा कोर्ट ने आरोपी को सुनाई। घटना धमतरी के कुरूद थाना क्षेत्र की है।
जानिए मामला
दरसअल, 29 जुलाई को पीड़ित बालिका के माता पिता रोजी मजदूरी करने बाहर गांव गये हुए थे। पीड़िता अपने छोटे भाई व दादा-दादी के साथ अपने घर पर थी। शाम लगभग 4-5 बजे अपने मोहल्ले के बच्चों के साथ खेल रही थी।
इसी दौरान बालिका को चॉकलेट देने व मोबाईल फोन दिखाने का बहाना कर आरोपी किशोर सारथी अपने घर के अंदर ले गया और बालिका के साथ दुष्कर्म किया।
घटना की जानकारी बालिका द्वारा अपनी दादी को दी। घटना के बाद से आरोपी किशोर सारथी फरार हो गया था। आरोपी किशोर सारथी पिता रामकुमार सारथी उम्र 32 वर्ष अंगारा थाना के खिलाफ धारा 376 भादवि एवं धारा 6 पाक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
IG ने दिए जांच के निर्देश
मामले में रायपुर रेंज आईजी आरिफ़ शेख़ द्वारा ज़िला धमतरी के दौरा के दौरान जांच करने निर्देश दिए गए। एसपी प्रशांत ठाकुर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ASP मधुलिका पाल और एसडीओपी कृष्णा पटेल को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस और सायबर सहित तीन पुलिस टीम अलग-अलग दिशा में पुलिस टीम रवाना की गई। जांच के दौरान आरोपी भागने के लिए पचपेड़ी नाका रायपुर में बस की तलाश करते दबोचा गया।
हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना अपराध स्वीकार किया और थाना कुरूद द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर 30 जुलाई को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
मामले की विवेचना 5 दिन में ही पूर्ण कर 3 अगस्त को न्यायालय-अपर सत्र न्यायाधीश धमतरी एफ़टीएससी ( पॉक्सो) पंकज कुमार जैन के कोर्ट में पेश किया गया। 25 अगस्त को न्यायालय द्वारा आरोपी को 20 साल की कारावास और 1000 रुपये का अर्थदंड से सजा सुनाया गया।
जांच में इनका रहा योगदान
कार्रवाई में थाना प्रभारी कुरूद निरीक्षक दीपा केवट, उनि० महेश साहु, सउनि सुरेश नंद,संतोषी नेताम (विवेचक) प्रधान आरक्षक लोकेश नेताम, आरक्षक दीपक साहू,किशोर देशमुख, बलराम सिन्हा, सायबर सेल प्रभारी उनि नरेश बंजारे, आरक्षक कमल जोशी, आरक्षक मनोज साहू, आरक्षक मुकेश मिश्रा का विशेष योगदान रहा।