CG बर्निंग कार मामला: क्या अपहरण हुआ या फिर हुई है लूट, तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली...लोगों में आक्रोश, बंद का ऐलान
रायपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर पखांजूर से गायब हुए व्यवसायी व पत्नी और 2 बच्चों का अब तक के कोई सुराग पुलिस को नहीं मिल पाया है। फोरेंसिक की टीम को भी जलती हुई कार से कोई अवशेष नहीं मिल पाया है। आशंका जताई जा रही है कि कार सवार लोगों का या तो अपहरण हुआ है? या फिर कार सवार लूट का शिकार हुए है। व्यवसायी समीर सिकदार का पोल्ट्री फार्म है और धमतरी से करीब 7 लाख रुपये लेकर अपने परिवार के साथ घर पखांजूर के लिए निकले थे। इस दौरान उनकी कार 1 मार्च की रात करीब 11 बजे पूरी गांव के पास जलती हुई हालत में मिली। घटना की जानकारी के बाद चारामा पुलिस मौके पर पहुंची थी। मामले में तीन दिन बीत चुके हैं पर अब तक के कार सवार समीर सिकदार, पत्नी जया सिकदार और दो बच्चों का पता नहीं चल पाया है। परिजनों में भी अब आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। पुलिस की निष्क्रियता को लेकर कांकेर के लोगों ने आने वाले दिनों में बंद का ऐलान किया है। वहीं पुलिस भी अलग अलग एंगल से मामले की जांच कर रही है।
जानिए क्या था मामला
दरअसल, पखांजुर निवासी समीर सिकदार अपनी पत्नी जया सिकदार और बेटा-बेटी के साथ किसी काम से धमतरी आये थे। काम निपटाने के बाद वापस अपने घर पखांजुर के लिए निकले थे। इस दौरान बुधवार 1 मार्च की रात 11 बजे चारामा-कोरर रोड पूरी गांव के पास उनकी कार को जलते हुए राहगीरों ने देखा, जिसके बाद इसकी जानकारी चारामा पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस जांच के दौरान पता चला कि ये कार पखांजुर के पोल्ट्री व्यवसायी समीर सिकदार की है। समीर अपनी पत्नी और बच्चों के साथ धमतरी से लौट रहे थे। समीर के परिजनों से जब पुलिस ने संपर्क किया तो पता चला कि बुधवार की रात 9 बजे उनकी आखरी बातचीत हुई थी। समीर धमतरी से 7 लाख रुपये लेकर लौट रहे थे।
इधर कांकेर पुलिस भी फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मौके का मुआयाना करने पर पाया गया कि कार के अंदर से किसी के भी बॉडी का अवशेष नहीं मिला। पुलिस समझ नहीं पा रही है कि आखिर सभी लोग गए तो कहां गए। पति पत्नी का मोबाइल भी बंद बता रहा है।
ढ़ाबा में परिवार के साथ भोजन
बेटी कृतिका सिकदार 5 वर्ष के इलाज के लिए बुधवार की सुबह रायपुर आये थे। जाते समय व्यापारी ने धमतरी के यश पोल्ट्री फार्म से लाखों रुपये का बकाया लिया था। वापसी के दौरान पीवी 60 के पोल्ट्री फार्म व्यापारी संतोष साना से भी 4 लाख रूपए भी लिये थे। रास्ते में धमतरी के पास सोनी ढ़ाबा में परिवार पॉल्ट्री व्यापारी के परिवार ने भोजन किया। रात 9.45 बजे भोजन करने के बाद अपने साले से बात की। बताया कि भोजन कर अब पखांजूर के लिए रवाना हो रहे हैं। इसके बाद चारामा से 6 किमी आगे चावड़ी के पास सड़क किनारे उनकी कार जली हालत में मिली तथा कार में सवार सभी लापता हैं। लापता व्यापारी के छोटे भाई हर्षित सिकदार भी घटनास्थल पहुंचे तथा बताया हादसे के बाद से कार से लौट रहे भाई तथा उसके परिवार की कोई खबर नहीं है। वे घर भी नहीं पहुंचे हैं। एसपी शलभ सिनहा ने एनपीजी से बात करते हुए बताया कि व्यापारी के परिवार का अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।
दोनों के मोबाइल जले हुए मिले
बर्निंग कार को सबसे पहले भानुप्रतापपुर के जितू सचदेवा ने देखा। उन्होंने पुलिस को बताया कि कल रात वे रायपुर से भानुप्रतापपुर लौट रहे थे। रात 10.55 बजे चारामा से 6 किमी आगे ग्राम चावड़ी के पास सड़क किनारे आर्टिगा कार को जलते हुए देखा। जलती कार का वीडियो बना पुलिस को सूचना दी। आग इतनी तेज थी की बुझाने या अन्य किसी प्रकार की मदद कर पाना संभव नहीं था। आग थोड़ी शांत हुई तो कार के अंदर झांककर देखा तो कोई नहीं था। आसपास भी कोई नहीं था। व्यापारी समीर सिकदार तथा उनकी पत्नी जया सिकदार के मोबाइल गेयर बाक्स के पास जले हुए मिले। इसके सिवाय कार से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है।