CG-बुक डिपो संचालक ने की आत्महत्या: बैंककर्मी पत्नी को कहा जल्दी वापस आना और फिर खुद लगा ली फांसी...
बिलासपुर। बुक डिपो संचालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक का एक 4 साल का बेटा है और पत्नी बैंककर्मी है। जब ये घटना हुई उस दौरान मृतक की पत्नी बैंक गई हुई थी। आत्महत्या से पहले मृतक ने अपने बेटे को माता-पिता के घर छोड़ा था। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है।
सरकंडा थाना क्षेत्र के सोनगंगा में रहने वाले 38 वर्षीय सुमित शर्मा तारबाहर थाना क्षेत्र के सीएमडी कॉलेज के सामने स्थित कांप्लेक्स में सुमित बुक डिपो नाम से पुस्तक दुकान चलाते हैं। सुमित मूलतः बिहार का रहने वाला हैं। बिलासपुर में उनका परिवार उनके पिता की नौकरी के चलते शिफ्ट हो गया था। उनके पिता 69 वर्षीय लल्लन शर्मा जांजगीर जिले के अकलतरा में स्थित सीसीआई सीमेंट फैक्ट्री में कार्यरत थे। रिटायरमेंट के बाद सरकंडा थाना क्षेत्र में स्थित रामा ग्रीन सिटी में मकान खरीद कर बस गए थे। उनका बड़ा बेटा अमित शर्मा बेंगलुरु में प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। छोटा बेटा सुमित बुक डिपो चलाता था। सुमित की शादी 2015 में हुई थी। शादी के बाद सुमित रामा ग्रीन सिटी कॉलोनी के पास ही स्थित सोनगंगा कॉलोनी में किराए का घर लेकर शिफ्ट हो गया था। उसकी पत्नी स्टेट बैंक के मोपका शाखा में कार्यरत है । उनका एक 4 साल का एक बेटा है।
सुमित का बेटा सोनगंगा कॉलोनी के पास ही स्थित एसएस पब्लिक स्कूल में पढ़ता है। सुमित रोज बेटे को स्कूल छोड़ने व लेने जाता था। करोना कॉल में सुमित की पुस्तक दुकान बंद हो गई थी। लॉकडाउन खुलने पर दुकान खोला तो ग्राहकी पहले से काफी कमजोर हो गई थी। उसे प्रतिमाह दुकान का किराया देना पड़ता था, उस हिसाब से उसे किराया भी नहीं मिलता था। जिसके चलते उसने दुकान बंद कर दी थी और प्राइवेट नौकरी करने लगा था। कुछ दिन प्राइवेट जॉब करने के बाद उसने वह भी छोड़ दी थी। इसके बाद वह घर पर ही रहता था। दुकान बंद होने व मनमाफिक नौकरी ना लगने के चलते सुमित अक्सर परेशान रहा करता था और डिप्रेशन में चला गया था।
कल उसकी पत्नी सुबह 10:30 बजे अपने बैंक जाने के लिए निकल गई। बच्चे के स्कूल से छुट्टी के बाद सुमित उसे लेने पहुंचा और लेकर रामाग्रीन सिटी स्थित अपने माता पिता के घर पहुंचा। सुमित ने अपने माता-पिता के घर खाना खाया फिर अपने बच्चे को वहीं छोड़ कर अपने किराए के घर पहुंचा। शाम तकरीबन 7:00 बजे उसने अपनी पत्नी को फोन कर जल्दी वापस लौटने को कहा। फिर फोन काट दिया। जब उसकी पत्नी घर वापस लौटी तो कमरे का मुख्य दरवाजा खुला था और सुमित की लाश कमरे में फंदे पर लटक रही थी। उसकी घबराई पत्नी ने अपने ससुर को फोन कर इसकी जानकारी दी। तब उसके माता-पिता उसके घर पहुंचे और फंदे से उसे उतारकर अपोलो अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा मर्ग कायम कर लिया है।