Budget Session of Chhattisgarh Assembly: खत्म होगा संलग्नीकरण का दंश: मंत्री ने विधानसभा में कहा- पदभार ग्रहण करते ही दे दिया है निर्देश...
Budget Session of Chhattisgarh Assembly:
Budget Session of Chhattisgarh Assembly: रायपुर। संलग्नीकरण यानी पदस्थापना कहीं और अधिकारी- कर्मचारी कहीं और ड्यूटी कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग में संग्लीकरण की इस समस्या को लेकर आज विधानसभा में प्रश्न उठा। इंद्रकुमार साहू ने अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों को लेकर यह प्रश्न किया था। उन्होंने बताया कि अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ 27 व्यक्ति दूसरे स्थान पर कार्यरत हैं। इस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने स्वीकार किया की कहीं-कहीं संलग्नीकरण करना पड़ा था। इसके साथ ही मंत्री ने यह भी बताया कि मैंने पदभार ग्रहण करने के साथ ही सभी संग्नीकरण समाप्त करने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज विधानसभा सदन में एक बड़ी घोषणा करते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मियों का अटैचमेंट खत्म करने की बात कही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि ऐसी जानकारी मिली है कि बिना किसी कारण के ही दूरस्थ क्षेत्रों में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारियों, नर्सिंग स्टाफ एवं चिकित्सकों को अन्यत्र मनचाही जगहों पर अटैच किया गया है जिससे आम लोगों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं।
जायसवाल ने कहा है कि यदि कहीं ऐसी विशेष परिस्थिति है जहां स्वास्थ्य विभाग के स्टाफ की कमी है और अटैचमेंट करना अनिवार्य हो तो विभागीय अनुमति लेकर उसे जारी रखा जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का स्पष्ट निर्देश है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर आम जनों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। ऐसी स्थिति में अकारण ही अटैचमेंट जैसी व्यवस्था से दूरस्थ क्षेत्रों में स्टाफ की कमी से आम लोगों को परेशानी होती है जिसे खत्म करना आवश्यक है।
सीएमएचओ कर सकते हैं 3 लाख तक की खरीदी
बालेश्वर साहू के एक प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने बताया कि सीएमएचओ 50 हजार रुपये से लेकर 3 लाख तक की खरीदी स्वयं कर सकते हैं। 50 हजार तक की खरीदी के लिए टेंडर की आवश्यकता नहीं हैं। 3 लाख तक के लिए तीन फर्मों के कोटेशन के आधार पर खरीदी कर सकते हैं। 3 लाख से अधिक की खरीदी के लिए टेंडर जारी करना पड़ता है।
वहीं, व्यास कश्यप के एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री जायसवाल ने बताया कि सीजी एमएससी के माध्यम से जिनका टेंडर हुआ है वो काम प्रारंभ है। कोई काम रोका नहीं गया है। जांजगीर में रिक्त पद कम है। प्रथम श्रेणी के पद ज्यादा है। इसके लिए पीएससी को लिखा है। कुछ पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है।
शिक्षा विभाग में पदोन्नति को लेकर मंत्री का बड़ा ऐलान: शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर विधानसभा में दी यह जानकारी...
रायपुर। शिक्षा विभाग में पदोन्नति को लेकर विभागीय मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बड़ा बयान सामने आया है। विधानसभा में आज एक प्रश्न के उत्तर में अग्रवाल ने शिक्षा विभाग में पदोन्नति और शिक्षकों की भर्ती को लेकर बड़ी घोषणा की।
विधानसभा में शिक्षकों की पदोन्नति का यह मामला प्रश्नकाल के दौरान उठा। भाजपा विधायक रिकेश सेन ने इस संबंध में सवाल किया था। सेन की अनुपस्थिति में अनुज शर्मा ने कहा कि विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार दुर्ग जिला में 250 स्कूल प्रभारियों के भरोसे चल रहे हैं। 1500 से ज्यादा पद रिक्त हैं। पदोन्नति की प्रक्रिया कब तक पूरी कर ली जाएगी।
इस पर विभागीय मंत्री अग्रवाल ने बताया कि स्कूल में जो भी सीनियर व्याख्याता रहते हैं उन्हें प्रभारी प्राचार्य बनाया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रमोशन की प्रक्रिया लंबे समय से नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अलग-अलग स्तर के करीब ढाई लाखा शिक्षक हैं। 50 हजार से ज्यादा शिक्षकों का सीआर नहीं मिला है। इसी वजह से पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। इसे शीघ्र पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बीते 5 साल में शिक्षा विभाग में कोई भर्ती नहीं हुई, जिन 4 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है उन्हें हमारी सरकार नियुक्ति पत्र दे रही है। मंत्री ने कहा कि एक साल के भीतर पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के हस्तक्षेप और आग्रह के बाद अग्रवाल ने कहा कि पदोन्नति की प्रक्रिया छह महीने में पूरी कर देंगे।
छत्तीसगढ़ी में एमए वालों के लिए खुला सरकारी नौकरी का दरवाजा: विधानसभा में शिक्षा मंत्री ने की घोषणा, बोले- चालू है भर्ती की प्रक्रिया...
रायपुर। छत्तीसगढ़ में एमए करने वालों को भी सरकारी नौकरी मिलेगी। स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज विधानसभा में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इसी भर्ती में छत्तीसगढ़ भाषा में एमए करने वालों के लिए पद स्वीकृत किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री अग्रवाल ने यह घोषणा सदन में प्रश्नकाल के दौरान की। छत्तीसगढ़ी भाषा में शिक्षा को लेकर कुंवर सिंह निषाद ने प्रश्न किया था। निषाद ने छत्तीगसढ़ी में शिक्षा दिए जाने को लेकर प्रश्न किया था। इस पर मंत्री अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ी की लिपी नहीं है। अभी हिंदी के शिक्षक की छत्तीसगढ़ी पढ़ाते हैं। उसकी अलग से व्यवस्था करने की जरुरत नहीं है। इस पर निषाद ने कहा कि प्राथमिक स्तर की पढ़ाई छत्तीसगढ़ी में कराने की घोषणा की गई थी। एनसीआरटी इसके लिए तैयार है केवल सरकार की घोषणा बाकी है।
मंत्री अग्रवाल ने कहा कि हमारी सरकार केवल छत्तीसगढ़ी नहीं बल्कि हल्बी, सरगुजिहा और सदरी सहित अन्य स्थानीय भाषाओं में पढ़ाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए किताब तैयार कराया यगा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी में एमए करने वालों की इसी साल शिक्षक के रुप में भर्ती होगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ी में शिक्षा की बात भावनात्मक रुप से अच्छा है, छत्तीसगढि़या को आगे बढ़ाना है।इस भावना से मैं भी सहमत हूं, लेकिन हमें अपने बच्चों का स्तर भी बढ़ाना है। उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता के लिए तैयार करना है।