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Brain Hemorrhage from DJ: छत्तीसगढ़ में डीजे से ब्रेन हेमरेज,बिलासपुर में हार्ट अटैक से दो लोगों की मौत भी

Brain Hemorrhage from DJ: जानलेवा साबित हो रहा डीजे,अंबिकापुर की घटना दिल को झकझोरने वाली,डीजे की शोर से एक युवक को ब्रेन हेमरेज हो गया। बीते साल बिलासपुर में एक बच्चा व दो लोगों की रूक गई थी दिल की धड़कन

Brain Hemorrhage from DJ: छत्तीसगढ़ में डीजे से ब्रेन हेमरेज,बिलासपुर में हार्ट अटैक से दो लोगों की मौत भी
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NPG Story

By Radhakishan Sharma

Brain Hemorrhage from DJ: बिलासपुर। खुशहाली और मनोरंजन का साधन इतना जानलेवा हो सकता है,आपने कभी सोचा ना होगा। जिस डीजे की धुन पर लोग सड़कों पर दिल खोलकर नाचते गाते हैं वही शोर दिल की धड़कनें भी बंद कर दे रहा है। जी हां ऐसा ही हो रहा है। डीजे की शोर जानलेवा साबित हो रहा है।

हाल ही के दिनों में अंबिकापुर में एक दिल को झकझोरने वाली घटना सामने आई है। एक युवक डीजे के कानफोड़ू के कारण ब्रेन हेमरेज का शिकार हो गया। उसकी गलती बस इतनी थी कि वह डीजे की शोर के बीच अपना घर जा रहा था। ट्रैफिक जाम हुआ तो उसे रूकना पड़ा। जब घर पहुंचा तब सिर में तेज दर्द होने लगा। डाक्टर के पास गए तब पता चला कि डीजे की शोर युवक के लिए जानलेवा बन गया है। दरअसल उसे इस शोर के चलते ब्रेन हेमरेज हो गया। सिर के पिछले हिस्से में ब्लड क्लाट हो गया।

अचरज की बात और देखिए जिस युवक को ब्रेन हेमरेज हुआ उसके पहले ना तो उसे बीपी की शिकायत थी और ना ही शुगर। इस दौरान कहीं गिरा भी नहीं। डाक्टर जब भी चकरा गए। तब चिकित्सकों ने पूछा कि आखिर हुआ कैसे। तब युवक ने बताया कि डीजे बज रहा था। उसी दौरान सिर में तेज दर्द हुआ और चक्कर आने लगा। इसके अलावा कुछ भी नहीं। इसके बाद ही यह खुलासा हुआ डीजे ने अच्छा खासा स्वस्थ्य युवक को मौत के मुंह में ढकेल दिया है।

घटना सरगुजा संभाग के बलरामपुर जिले का है। महज तीन दिन पहले जिले के सनावल क्षेत्र के रहने वाले संजय जायसवाल को अचानक चक्कर और उल्टी की शिकायत हुई। वो इलाज कराने अम्बिकापुर पहुंचे। यहां ENT स्पेशलिस्ट डॉ. शैलेंद्र गुप्ता ने जब मरीज का सीटी स्कैन कराया तो वो हैरत में पड़ गए, क्योंकि युवक के सिर के पीछे के हिस्से की नस फटने से ब्लड क्लॉट हो गया था। ऐसी घटना सामान्यतौर पर हाई बीपी या फिर मारपीट या रोड एक्सीडेंट में होता है। युवक का केस रिसियस हो गया है। डाक्टर ने उसे रायपुर रेफर कर दिया है।

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ब्रेन हेमरेज के लिए डीजे की शोर बना कारण

डॉ. शैलेंद्र गुप्ता का कहना है कि युवक की जांच और उससे बात करने के बाद यही समझ में आ रहा है कि डीजे की तेज शोर के कारण सिर के पुछले हिस्से में ब्लड क्लाट होने से ब्रेन हेमरेज हो गया है। डीजे के अलावा कोई साउंड सिस्टम को तेज आवाज में बजाने पर इस तरह की घटनाएं घट सकती है। यह पहला मामला है डीजे की तेज आवाज के कारण ब्रेन हेमरेज की शिकायत मिली है।

खतरनाक हो सकता है 150 डेसिबल से ज्यादा साउंड

आमतौर पर ध्वनि प्रदूषण के कारण लोग बहरे हो जाते हैं। 150 डेसिबल से अधिक का साउंड अगर है तो उसमें सुनने की क्षमता पूरी तरह से चली जाती है।

डीजे हर नजरिये से खरनाक

ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉ राकेश गुप्ता का कहना है कि डीजे हर नजरिये से बेहद संवेदनशील व खतरनाक है। दुर्गकी घटना आपको याद है ना, तीन भाइयों की हत्या कर दी गई। शराब के नशे में युवा डीजे के धुन में उन्माद में रहते हैं। आमतौर पर इसी के चलते घटनाएं घटती है। अम्बिकापुर की घटना हृदय विदारक है। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने डीजे पर पूरी तरह बैन लगनी चाहिए।

जहां शोरगुल वहां ऐसी समस्या ज्यादा

50 लोगों में 12 लोगों में कम सुनाई देने की समस्या और 25 लोगों में हाई बीपी डॉ शैलेंद्र गुप्ता, ईएनटी स्पेशलिस्ट का कहना है कि वर्ष 2022 में हम लोगों ने शहर के चौराहे जहां अधिक शोरगुल रहता है, ऐसे चौक चौराहों पर ड्यूटी करने वाले ट्रैफिक पुलिस की जांच की थी। इनमें 50 लोगों में लोगों में कम सुनाई देने की समस्या और 25 लोगों में हाई बीपी, अनिद्रा, चिड़चिड़ापन की शिकायत पाई गई थी। वर्तमान में तीज त्योहार और फिर शादियों में तेज डीजे बजाया जा रहा है। स्वाथ्य के लिए यह ठीक नहीं है।

हाई कोर्ट की सख्ती का भी नहीं दिख रहा असर

ध्वनि प्रदूषण खासकर डीजे की कानफोड़ू आवाज पर बंदिश लगाने की मां को लेकर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हो रही है। डीविजन बेंच ने डीजे पर सख्ती बरतने कहा है। हालांकि बुधवार को पीआईएल की सुनवाई के दौरान डीजीपी ने शपथ पत्र के साथ बताया है कि जिले के एसपी को जिम्मेदारी सौंप दी है। एसपी को इसके लिए जिम्मेदार भी ठहराया है।

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