Bilaspur News: रात के अंधेरे में पहाड़ों के बीच से गुजर रही थी उधमपुर दुर्ग एक्सप्रेस, ऊपर से गिरने ही वाली थी बड़ी सी.....
Bilaspur News: रेलवे ट्रेक पर गीली मिट्टी और छोटे पत्थरों के कारण ट्रेन चलाने में हो रही थी दिक्कतें, इसी बीच एक बड़ी सी चट्टान भी पहाड़ की खिसकने की आ रही थी आवाज, सकर्तकता ने सब कुछ कर दिया ठीक। मंडल रेल प्रबंधक प्रवीण पाण्डेय ने इन सभी संरक्षा प्रहरियों को संरक्षा पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। मंडल रेल प्रबंधक द्वारा इनकी सजगता भरे कार्य की प्रशंसा की गई तथा प्रोत्साहित किया गया।
Bilaspur News: बिलासपुर। कल्पना कीजिए, रेलवे ट्रेक पर दूर तक गीली मिट्टी का जमाव हो। गीली मिट्टी के साथ ही पथरीली सी चीज। इसमें रात का समय। वही भी तीन से चार बजे के बीच का। इस पर बारिश का महीना। लोको पायलट ट्रेन कैसे चलाएगा। इस पर भी यात्री ट्रेन। पग-पग पर जोखिम और सतर्कता भी उसी अंदाज में। यह तो ठीक। पहाड़ी रास्ता। बारिश के कारण लैंड स्लाइड का भी खतरा। पहाड़ के उऊपर से एक बड़ा सा चट्टान अब तब नीचे गिरने की स्थिति बन गई थी।
जी हां कुछ ऐसा ही खतरा था उस दिन। जब उधमपुर दुर्ग एक्सप्रेस को लोको पायलट बिलासपुर एम के रघुवंशी एवं सहायक चालक बिलासपुर विनोद सिंह चला रहे थे। सतर्कता ने यात्रियों की जान तो बचाई ही ट्रेन को भी सुरक्षित स्टेशन तक पहुंचाया।
यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने और ट्रेन के सुरक्षित परिचालन के लिए लोको पायलट और सहायक चालक को डीआरएम ने सम्मानित किया है। पायलट और सहायक चालक के साथ ही ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन में सतर्कता और सजगता दिखाने वाले मैदानी अमले को भी डीआरएम ने पुरस्कार से नवाजा है। ऐसे ही लोकोपायलट,सहायक चालक और मैदानी अमले की सतर्कता के चलते ट्रेनों का सुरक्षित परिचालन हो रहा है। संरक्षित रेल परिचालन को लेकर मंडल क्षेत्राधिकार के अंतर्गत ड्यूटी के दौरान सजगता एवं सतर्कता के साथ उत्कृष्ट संरक्षित कार्य का निर्वहन करते हुये बेहतर संरक्षा सुनिश्चित करने में सराहनीय योगदान देने वाले संरक्षा प्रहरियों को प्रोत्साहित करने हेतु संरक्षा पुरस्कार भी प्रदान किया जा रहा है।
बारिश की रात और लैंड स्लाइड का खतरा
24.08.24 को लोको पायलट बिलासपुर एम के रघुवंशी एवं सहायक चालक बिलासपुर विनोद सिंह ने गाड़ी संख्या 20848 ऊधमपुर–दुर्ग एक्सप्रेस में ड्यूटि के दौरान समय लगभग रात्रि 03:48 बजे KM 934/18-16 मुदरिया-घुंघुटी डाउन लाइन पर पाया कि ट्रैक पर गीली मिट्टी के साथ कुछ छोटे पत्थर है। साथ ही एक बड़ी चट्टान गिरने की स्थिति में है । इन्होंने तत्परता पूर्वक गाड़ी को कंट्रोल किया और सावधानी से इंजन का फ्लेशर लाइट जलाकर घुंघुटी स्टेशन तक आये। स्टेशन मास्टर घुंघुटी व ट्रेन मैनेजर को घटना की सूचना दी साथ ही TLC को भी सूचना दी ताकि दूसरी गाड़ी सुरक्षित परिचालन कर सके।
डाउन लाइन पर गिरा था बोल्डर,खतरा ही खतरा था
24.08.24 को ट्रैक मेंटेनर मुदरिया पवन कुमार एवं बृजेश सिंह गौतम खंभा संख्या 934/06-934/38 मे ट्रैक पेट्रोलिंग के दौरान लगभग रात्रि 3.55 बजे देखा कि किमी 934/18-20 मुदरिया-घुंघुटी डाउन लाइन में बोल्डर गिरा हुआ है। इन्होने तुरंत इसकी सूचना अपने इंचार्ज सीनियर सेक्शन इंजीनियर घुंघुटी सुनील कुमार को दिया। सुनील कुमार ने इसकी सूचना तुरंत स्टेशन मास्टर घुंघुटी को दिया तथा अपनी टीम ने साथ तत्काल मौके पर पहूंच कर ट्रैक को क्लियर कराया। इन तीनों के सजगता एवं सतर्कता से उक्त ट्रैक पर अल्प समय में ट्रेन का परिचालन प्रारम्भ हुआ।
मालगाड़ी के एक वैगन का पहिए में हाट एक्सल
ट्रेन मैनेजर ब्रजराजनगर सुभाष वेशम्पायन 30 अगस्त 2024 को अपनी ड्यूटि के दौरान ब्रजराजनगर स्टेशन में देखा कि डाउन लाइन से गुजर रही मालगाड़ी के एक वैगन के पहिये में हॉट एक्सल देखा तथा इसकी सूचना उक्त मालगाड़ी के ट्रेन मैनेजर को दिया। इसकी सूचना ईब स्टेशन के स्टेशन मास्टर को देकर ट्रेन को रोका गया। इनकी सजगता से गाड़ी को संरक्षित किया गया।