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Bilaspur News: लूट, नकबजनी, धोखाधड़ी के मामलों में आई कमी, 8 गुना अधिक लोगो की खोली गई गुंडा फाइल

Bilaspur News: लूट, नकबजनी, धोखाधड़ी के मामलों में आई कमी, 8 गुना अधिक लोगो की खोली गई गुंडा फाइल
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By NPG News

बिलासपुर। बिलासपुर जिले में बीते साल लूट और नकबजनी के मामलों में कमी आई है। वहीं, नशे के सौदागरों पर भी अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। इससे नशेड़ियों पर भी लगाम लगा है। वहीं, धोखाधड़ी के मामलों में भी कमी आई है। हत्या के प्रयास के मामलें भी कम हुए हैं। एसएसपी पारुल माथुर ने साल भर के अपराधों का ब्यौरा सामने रखा है। आकड़ो पर नजर डाले तो चोरी के अलावा डकैती व बलवा तथा शांति भंग के मामले बढ़े हैं। डकैती के 7 मामलें दर्ज हुए जिसमे सभी मामलें पुलिस ने सुलझा लिए है।

एसएसपी पारुल माथुर ने बीते साल का लेखा जेखा मीडिया से साझा किया है। उन्होंने बताया कि जिले में अपराध नियंत्रण के लिए लगातार कार्रवाई की गई। स साल 2022 में हत्या के 67 मामले सामने आए। इसमें 65 मामलों में 93 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वही हत्या के प्रयास के मामलों में कमी आई है। एक साल के भीतर 70 मामले सामने आए। इसमें 61 मामलों में 92 लोगों को गिरफ्तार किया गया। डकैती के सभी मामलों को सुलझाया गया। डकैती के सात मामलों में 31 लोगों को गिरफ्तार कर 43 लाख 99 हजार स्र्पये जब्त किया गया। उन्होंने बताया कि लूट के मामले आधे से भी कम हुए हैं। साल 2021 में लूट के 93 मामले दर्ज हुए। वहीं, साल 2022 में केवल 37 मामले समाने आए हैं। इसमें सात लाख से अधिक के माल जब्त किए गए। चोरी के मामलों में भी कमी आई है। जिले में 2021 के दौरान जहां चोरी के 675 मामले दर्ज हुए, वहीं 2022 के दौरान 518 मामले सामने आए। इसमें 168 मामलों को सुलझाते हुए 287 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित के कब्जे से 48 लाख के अधिक की जब्ती की गई। एसपी ने बताया कि नशे के सौदागरों पर अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। साल 2021 में एनडीपीएस के 87 मामले दर्ज कर 157 लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, साल 2022 में 117 मामले दर्ज कर 167 लोगों को गिरफ्तार किया गया। आरोपित के कब्जे से एक हजार 379 किलो गांजा, सात हजार 551 नशीले इंजेक्शन, 29 हजार 405 नशीले केप्सुल, चार हजार 237 प्रतिबंधित कफ सीरप, 18 गांजा के पौधे, 31 ग्राम ब्राउन शुगर और 25 ग्राम एमडीएम जब्त किए गए। बलवा के जिले में 72 मामलें दर्ज हुए हैं। जिनमे से 71 मामलों में 378 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।

जुआ के प्रकरणो में हुई सर्वाधिक कार्यवाही, सट्टा के मामलें भी बढ़े:-

जुआ के मामलों में पुलिस ने पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कही अधिक कार्यवाही की है। 262 जुआ के प्रकरण दर्ज कर 1334 आरोपियों पर कार्यवाही की थी। तो वही इस वर्ष जुआ के 391 प्रकरण दर्ज कर 1947 आरोपियों की गिरफ्तारी की है। गत वर्ष 10 लाख 90 हजार छै सौ सैतीस रुपये जब्ती की गई थी। तो 2022 में 17 लाख 17 हजार पांच सौ पैंतीस रुपये जब्त किए गए हैं। सट्टा के 297 प्रकरणों में 301 लोगो की गिरफ्तारी हुई थी। तो वही 2022 में 317 प्रकरणों में 317 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है। इस वर्ष डकैती के 7 मामलें दर्ज हुए थे,जिसमे 31 आरोपियो को गिरफ्तार किया गया है।

अवैध शराब बेचने वालों पर भी की गई

अपराध नियंत्रण के साथ जिले में अवैध शराब बेचने वालों पर लगातार कार्रवाई की गई। साल 2021 में जहां एक हजार 953 मामले दर्ज कर पांच हजार लीटर शराब जब्त की गई। वहीं, साल 2022 में दो हजार 227 मामले दर्ज किए गए। इसमें दो हजार 230 लोगों को गिरफ्तार कर छह हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की गई।

अपराध रोकने के लिए भी प्रयास:-

एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि अपराध रोकने के लिए भी लगातार प्रयास किये गए हैं। पिछले वर्ष 8 बदमाशो की गुंडा फ़ाइल खोली गई थी तो इस वर्ष 62 बदमाशों की गुंडा फ़ाइल खोली गई। पिछले साल 4 बदमाशों को निगरानी बदमाश की सूची में लाया गया था तो इस वर्ष तीन गुना अधिक 12 बदमाशों की निगरानी सूची खोली गई। शांतिभंग की आशंका पर की जाने वाली 151 की कार्यवाही 2021 में 468 की गई तो वही 2022के 726 प्रकरण बनाएं गए हैं। सन 21 में 107-16 के 1359 प्रकरण बनाये गए थे। तो वही सन 22 में 2709 प्रकरण बनाये गए हैं। 21 में राज्य सुरक्षा कानून ( रासुका) की एक कार्यवाही की गई थी तो वही 2022 में 5 कार्यवाही की गई।

महिला अपराधों में कमी:-

जिले में वर्ष 2022 में महिला एसपी होने का फायदा महिला अपराधों की कमी के रूप में देखने को मिला है। पिछले वर्ष 2021 में बलात्कार के 108 मामले दर्ज किए गए थे तो वही 22 में 94 मामलें दर्ज किए गए है। पिछले वर्ष शीलभंग के 138 मामलें दर्ज हुए थे तो 22 में 99 प्रकरण दर्ज हुए हैं। पिछले वर्ष दहेज प्रताड़ना के 128 प्रकरण दर्ज हुए थे तो इस वर्ष सिर्फ 80 प्रकरण दर्ज हुए हैं।

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